Sawan 2023: आज निकलेगी बाबा महाकाल की तीसरी सवारी, शिव तांडव सहित इन स्वरूप में भक्तों को देंगे दर्शन

उज्जैन में आज धूमधाम से बाबा महाकाल शाम 4:00 बजे अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे, जिसमें सीएम शिवराज सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल की पालकी में शामिल होंगे। बता दें कि शिवराज सिंह चौहान के तय कार्यक्रम अनुसार सीएम भगवान का पूजन और अभिषेक करेंगे। साथ ही वे महाकाल महालोक के कार्यों की समीक्षा भी कर सकते हैं। जिसको लेकर सुरक्षा के खास इंतजाम किये गए है ।;

Update: 2023-07-24 04:13 GMT

उज्जैन : सावन का आज तीसरा सोमवार है। भगवान महादेव का प्रिय सावन माह शुरू होने के बाद से देशभर के शिव मंदिर में एक अलग ही रौनक देखने को मिलती है। लेकिन उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल की पूजा-अर्चना विश्व प्रसिद्ध है। सावन मास के दौरान यहां पर लाखों की तादाद में भक्त बाबा के दर्शन करने के लिए पहुंचते है और अपनी मन चाही इच्छा के लिए प्रार्थना करते है। मान्यता है कि सावन माह में बाबा महाकाल की पूजा अर्चना करने से हर मनोकामना पूरी होती है । इसी सिलसिले में रात 2.30 बजे से महाकाल मंदिर में भक्तों का तांता लगा हुआ है। बता दें कि आज बाबा महाकाल तीन रूपों में भक्तों को दर्शन देंगे। 

सीएम शिवराज होंगे महाकाल की यात्रा में शामिल

उज्जैन में आज धूमधाम से बाबा महाकाल शाम 4:00 बजे अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलेंगे, जिसमें सीएम शिवराज सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान महाकाल की पालकी में शामिल होंगे। बता दें कि शिवराज सिंह चौहान के तय कार्यक्रम अनुसार सीएम भगवान का पूजन और अभिषेक करेंगे। साथ ही वे महाकाल महालोक के कार्यों की समीक्षा भी कर सकते हैं। जिसको लेकर सुरक्षा के खास इंतजाम किये गए है ।

10 रूपों में इस साल बाबा की निकलेगी सवारी

बता दें कि आज भगवान महाकाल पालकी में चंद्रमौलेश्वर के रूप में दर्शन देंगे, तो वहीं भगवान मन महेश के रूप में हाथी पर से भक्तों को दर्शन देंगे। इसके साथ ही पीछे बैलगाड़ी के रथ और शिव तांडव के रूप में दर्शन देंगे। इस साल दो मास एक साथ पड़ने की वजह से भक्तों को बाबा महादेव के 8 नहीं बल्कि 10 रूपों के दर्शन होंगे। 

जानें भगवान महाकाल के पूरे कार्यक्रम की जानकारी

जानकारी के अनुसार महाकाल मंदिर से शाम 4 बजे शाही ठाठ बाट के साथ सवारी की शुरुआत होगी। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र बल की टुकड़ी राजा को सलामी देगी। इसके बाद पालकी कोटमोहल्ला चौराहा, गुदरी, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए शाम 4.30 बजे मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंचेगी। यहां महाकाल पेढ़ी पर पालकी को विराजित किया जाएगा। पश्चात पुजारी भगवान महाकाल का शिप्रा जल से अभिषेक कर पूजा अर्चना करेंगे। पूजन पश्चात सवारी रामानुजकोट, कार्तिकचौक, ढाबारोड, टंकी चौराहा, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार होते हुए शाम 7.15 बजे पुन: मंदिर पहुंचेगी।

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