पाकिस्तान से वापस लौटा बारेलाल, परिजनों ने सोशल मीडिया और सरकार का किया धन्यवाद
4 साल पहले घर से गायब हो गया था बारेलाल, मानसिक रूप से कमजोर है यह युवक, 2 वर्ष पहले बारेलाल के पाकिस्तान में होने की लगी थी जानकारी, बाघा बॉर्डर पर पाकिस्तान ने भारतीय सेना को सौंपा युवक, दमोह जिले के पटी शीशपुर का निवासी है बारेलाल। पढ़िए पूरी खबर-;
दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह जिले के निवासी बारेलाल पाकिस्तान से रिहा होकर अपने घर पहुंच गया है। दरअसल नोहटा पुलिस थाने के ग्राम पटी शिवपुर निवासी एक आदिवासी युवक 4 साल पहले घर से गायब हो गया था। परिजनों व पुलिस ने 2 साल तक उसे लगातार ढूंढा लेकिन कोई सुराग नहीं मिला लेकिन वर्ष 2019 में सरकार को जानकारी मिली कि पाकिस्तान में दो भारतीय युवक पकड़े गए हैं, जब उनकी फोटो मंत्रालय को मिली तब शिनाख्त हुई कि इनमें से एक युवक दमोह जिले के नोहटा पुलिस थाना का निवासी है।
इसके बाद मीडिया व सोशल मीडिया पर इस युवक को वापस लाने के लिए एक अभियान छिड़ गया और सरकार के प्रयासों से पाकिस्तान को यह युवक भारतीय सेना को सौंपना पड़ा। बारेलाल के परिजन नोहटा पुलिस के साथ अमृतसर पहुंचे, जहां पर अमृतसर रेड क्रॉस द्वारा बारेलाल को उनके सुपुर्द किया गया। आज बारेलाल अपने परिवार वालों के साथ हैं और उसके साथ जो घटनाक्रम हुए हैं, वह कम शब्दों में ही बयां कर रहा है। परिजन जहां सरकार की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। वहीं वे मीडिया को भी धन्यवाद दे रहे हैं, जिसकी वजह से उनका परिवार का सदस्य दुश्मन देश से वापस लौट कर घर आ गया।
दुश्मन देश में बारेलाल कैसे पहुंचा इसकी किसी को कोई जानकारी नहीं लगी। सरकार सहित कई संस्थाएं बारेलाल को भारत वापिस लाने के प्रयास में जुट गई थी और यह प्रयास अब जाकर सफल हो पाया। पाकिस्तान को बारेलाल भारतीय सेना के सुपुर्द करना पड़ा। बाघा बॉर्डर पर पाकिस्तानी सेना ने बारेलाल को भारतीय सेना के सुपुर्द किया, जिसे जांच के बाद अमृतसर रेड क्रॉस को सौंप दिया गया।
इसकी सूचना नोहटा पुलिस थाना भिजवा दी गई और यहां से बारेलाल का पिता, भाई और उसकी माँ पुलिस के साथ उसे लेने अमृतसर पहुंचे, जहां रेड क्रॉस सोसाइटी ने बारेलाल को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। अपने बेटे को वापस पाकर मां-बाप की आँखों में ख़ुशी के आंसू थे और यह सभी उसे लेकर जब अपने गांव पहुंचे तो गांव वालों की खुशी का भी कोई ठिकाना नहीं रहा। भले ही मानसिक रूप से विक्षिप्त बारेलाल यह नहीं बता पा रहा है कि वह पाकिस्तान कैसे पहुंच गया लेकिन वह इतना जरूर बताता है कि कोई कंपनी उसे अपने साथ ट्रेन में पाकिस्तान ले गई और वहां पर उससे ईंट एवं सीमेंट का काम करवाया गया, साथ ही जब उसे पुलिस ने पकड़ा तो जेल में बंद कर दिया और उसे मार भी पड़ी।
बहरहाल बारेलाल का भारत वापस आना वह भी दुश्मन देश पाकिस्तान से एक स्वप्न की भांति है लेकिन सरकार द्वारा किए गए प्रयासों से ही बारेलाल आज अपने परिवार वालों के साथ पहुंच गया है। परिजनों की माने तो बारेलाल को वापस लाने में मीडिया ने भी बड़ी भूमिका निभाई है और वह इसकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। ग्रामवासी तो यह कहते नजर आ रहे हैं कि उनका मित्र वापस आ गया, यही बहुत बड़ी बात है। कहानी बिल्कुल फिल्मों जैसी है लेकिन वास्तविकता में यह हकीकत है और दुश्मन देश से इस तरह एक युवक का वापस अपने वतन लौटना सपने से भी कम नहीं है।