बासमती चावल 20 रुपए किलो महंगा हुआ, पोहा में भी उबाल, जानिए भोपाल में हो रही रोज कितनी खपत
दैनिक उपयोग के अलावा हर उपभोक्ता वस्तुओं के दाम में मूल्यवृद्धि हुई है। दाम बढऩे से लोगों के घर का बजट गड़बड़ाया हुआ है। कोरोनाकाल से अभी बासमती चावल के थोक भाव में 20 रुपए किलो और 2000 रुपए क्विंटल महंगा हुआ है, पोहा 500 से 600 रुपए क्विंटल की तेजी आई है। स्थानीय थोक जिंस बाजार हनुमानगंज और जुमेराती में चावल के करीब 50 थोक कारोबारी हैं जबकि पूरे शहर में 75 से 80 थोक चावल कारोबारी हैं। शहर में रोजाना 6 से 7 गाड़ी चावल आता है। एक अनुमान के मुताबिक शहर में रोजाना 2100 क्विंटल चावल रोजाना बिकता है।;
भोपाल। दैनिक उपयोग के अलावा हर उपभोक्ता वस्तुओं के दाम में मूल्यवृद्धि हुई है। दाम बढऩे से लोगों के घर का बजट गड़बड़ाया हुआ है। कोरोनाकाल से अभी बासमती चावल के थोक भाव में 20 रुपए किलो और 2000 रुपए क्विंटल महंगा हुआ है, पोहा 500 से 600 रुपए क्विंटल की तेजी आई है। स्थानीय थोक जिंस बाजार हनुमानगंज और जुमेराती में चावल के करीब 50 थोक कारोबारी हैं जबकि पूरे शहर में 75 से 80 थोक चावल कारोबारी हैं। शहर में रोजाना 6 से 7 गाड़ी चावल आता है। एक अनुमान के मुताबिक शहर में रोजाना 2100 क्विंटल चावल रोजाना बिकता है। स्थानीय बाजार में चावल अमृतसर, मंडला, रायपुर, महाराष्ट्र, मंडला, कटनी सहित करीब दर्जनभर अंतरप्रांतीय राज्य से आता है।
कोरोना के बाद महंगाई चरम पर
कोरानाकाल के बाद महंगाई चरम पर है। स्थानीय बाजार में चावल के दामों में 300 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक का उछाल आ गया है। चावल के भावों में उछाल का असर पोहा पर भी पड़ा है। पोहे के दामों में भी 300 से 400 रुपए क्विंटल का उछाल आया है। व्यापारियों के अनुसार दुबराज, कालीमूंछ जैसी सबसे ज्यादा बिकने वाले चावलों के साथ बासमती चावल भी महंगा हुआ है। जहां दुबराज 3500 से 4000 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से बिक रहा है वहीं कालीमूंछ 7500 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा है। इसके साथ ही बासमती 10 हजार से 12 हजार रुपए प्रति क्विंटल के रेट में बिक रहा है।
उत्पादन कमजोर होने से तेजी
बाजार जानकारों के अनुसार गर्मियों में चावल के साथ ही पोहा का उत्पादन भी कमजोर पड़ जाता है। ऐसे में पोहा और चावल में आगे भी तेजी रहने की उम्मीद की जा रही है। बासमती चावल के दाम करीब 1000 रुपए बढ़ा दिए गए हैं। बासमती सेला 9000 से 9500 रुपए क्विंटल तक बिक रहा है। चावल की सेला और मोगरा किस्म में करीब बीते दो साल में 500 से 600 रुपए क्विंटल उछला है। स्थानीय थोक जिंस बाजार में पोहा का क्वालिटीनुसार 3200 रुपए से 4000 रुपए प्रति क्विंटल के भाव बोला रहा है।
पांच रुपए किलो तक बढ़े चावल के दाम
महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी को एक बार फिर से चावल के दामों ने परेशान कर दिया है। पिछले एक सप्ताह में चावल के दाम में 5 रुपए प्रति किलोग्राम तक की बढ़ोतरी हो गई है। फुटकर में अलग-अलग किस्म के चावल के दामों में 15 से 20 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। चावल व्यापारी ईश्वरदास संगतानी के अनुसार स्थानीय किराना जिंस बाजार में बासमती चावल क्वालिटीनुसार 80 से 110 रुपए किलो तक बोले जा रहे हैं।
एक नजर थोक भाव प्रति क्विंटल क्वालिटीनुसार
बासमती कनकी 2800 से 8500 रुपए
बासमती साबूत 10,000 से 11000 रुपए
कालीमूंछ चावल 6000 से 7000 रुपए
दुबराज चावल 3200 से 4200 रुपए
चावल साधारण 2400 से 3000 रुपए
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स्थानीय जिंस बाजार में पोहा के थोक भाव
पोहा साधारण 3150 से 3400 रुपए
पोहा मोटा 3750 से 4000 रुपए
पोहा नागपुरी 3850 से 4000 रुपए
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भावों में उछाल का कारण
गर्मी में चावल की उपभोक्ता मांग निकल रही है।
चावल के निर्यात की भी अच्छी मांग बनी हुई है।
अधिकांश चावल मिलों के पास धान का स्टाक खत्म हो चुका है।
गर्मियों में स्टीम चावल का उत्पादन घट जाता है।
घरेलू मांग का दबाव बढऩे और धान की किल्लत के कारण भाव तेज है।