Bhopal Metro Update : सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन तक सड़क सुधारेगी मेट्रो कंपनी
मेट्रो ऑरेंज लाइन ने सुभाष नगर डिपो और रानी कमलापति स्टेशन के बीच कॉरिडोर पर एक सफल सुरक्षा परीक्षण पूरा कर लिया है।;
भोपाल। मेट्रो ऑरेंज लाइन ने सुभाष नगर डिपो और रानी कमलापति स्टेशन के बीच कॉरिडोर पर एक सफल सुरक्षा परीक्षण पूरा कर लिया है। इससे परियोजना के प्रारंभिक चरण का मार्ग प्रशस्त हो गया है, जो एम्स और सुभाष नगर के बीच 5 किमी के खंड को कवर करेगा। इसके साथ ही नीचे की निर्माण के दौरान खराब हुई सड़क भी कंपनी के द्वारा बनाई जाएगी।
कंपनी के अनुसार भोपाल मेट्रो कॉरिडोर का यह खंड करोंद चौराहे को एम्स से जोड़ता है और इसमें 16 स्टेशन होंगे। मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन और भोपाल मेट्रो रेल परियोजना के अन्य देखरेख करने वाले अधिकारियों के अधिकारियों ने परीक्षण परिणामों पर संतुष्टि व्यक्त की थी। इसके बाद ही आगे के काम शुरू होने का रास्ता साफ हुआ। इस ट्रायल रन का सफल समापन भोपाल को आधुनिक मेट्रो प्रणाली के एक कदम और करीब लाता है।
भोपाल मेट्रो से शहर में होने वाले ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत
भोपाल मेट्रो से शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या कम होने की संभावना है। इस परियोजना में कुल 6 मेट्रो लाइन शामिल हैं। प्रथम चरण के तहत लाइन 2 और लाइन 5 का निर्माण पहले ही शुरू हो चुका है और अन्य का निर्माण बाद में किया जाएगा। ये मेट्रो लाइनें विभिन्न स्टेशनों को कवर करेंगी, जिससे शहर के विभिन्न हिस्सों को कनेक्टिविटी मिलेगी।
2024 लॉन्च से पहले भोपाल मेट्रो में 27 अत्याधुनिक ट्रेनसेट जोड़े जाएंगे
भोपाल मेट्रो सिस्टम को 27 नए तीन कॉन्फ़िगरेशन वाले ट्रेनसेट मिलने वाले हैं। पहला ट्रेनसेट 18 सितंबर को सुभाष नगर मेट्रो डिपो में उतार कर इसका ट्रायल रन पूरा कर लिया गया है।
आगामी भोपाल मेट्रो की मुख्य विशेषताएं
अत्याधुनिक ट्रेनें हल्की हैं और 15 साल के व्यापक रखरखाव पैकेज के साथ आती हैं।
भोपाल मेट्रो ट्रेनों में 50 यात्रियों के बैठने की क्षमता और 300 लोगों के खड़े होने की क्षमता है।
ट्रेनें 80 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति से चलने में सक्षम हैं।
ट्रेनें सीबीटीसी संचार आधारित ट्रेन नियंत्रण सिग्नलिंग प्रणाली के साथ हैं।
भोपाल मेट्रो का वाणिज्यिक संचालन मई या जून 2024 में शुरू होने की उम्मीद है।