Bhopal News : 5 माह से दृष्टि एवं श्रवण बाधित बच्चों के हाॅस्टल पर ताला, छूटी पढ़ाई

सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग की लापरवाही के चलते भोपाल संभाग के करीब पांच दर्जन दृष्टि एवं श्रवण बाधित बच्चे परेशान हो रहे हैं।;

Update: 2023-11-08 02:43 GMT

भोपाल। सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग की लापरवाही के चलते भोपाल संभाग के करीब पांच दर्जन दृष्टि एवं श्रवण बाधित बच्चे परेशान हो रहे हैं। भोपाल के शाहजहांनाबाद के परी बाजार के सामने स्थित शा. दृष्टि एवं श्रवण बाधित उमा विद्यालय का छात्रावास इस बार सत्र की शुरूआत से ही बंद है। जो पहले से ही इस छात्रावास में रह रहे थे, उन्हे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। ऐसे में यह बच्चे या तो अपने रिश्तेदार के यहां रहने या फिर अपडाउन कर स्कूल पहुंच रहे हैं। वहीं कुछ ऐसे बच्चे भी हैं, जिन्होने स्कूल आना ही बंद कर दिया है। यह सभी विद्यार्थी कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक के हैं।

परिसर के सामने ही बह रहा गंदा पानी

स्पर्श भवन में दो स्कूलों में पहली से बारहवीं तक के बच्चे हैें, लेकिन परिसर और उसके आसपास साफ-सफाई भी नजर नहीं आती है। स्थिति यह है कि परिसर के गेट पर ही ड्रैनेज का गंदा पानी बह रहा है, जिससे गुजर कर ही आवासीय विद्यालय में जाना होता है।

एक परिसर में दो आवासीय स्कूल संचालित

सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग द्वारा शाहजहांनाबाद के परी बाजार के सामने तैयार स्पर्श भवन में दो स्कूल एवं इनके छात्रावास संचालित किए जाते हैं। इनमें भोपाल संभाग के जिलों के विद्यार्थियों को प्रवेश दिए जाते हैं। एक शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय है और दूसरा शासकीय मानसिक रूप से अविकसित बालक-बालिकाओं का आवासीय विद्यालय है। जानकारी के अनुसार, दोनों स्कूलों के लिए 100-100 सीटों के अलग-अलग छात्रावास हैं। दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ उमा विद्यालय में करीब 250 बच्चे दर्ज हैं और करीब 60 बच्चे छात्रावास में रहना चाहते हैं, लेकिन हाॅस्टल बंद है। हालांकि स्कूल संचालित किया जा रहा है। वहीं शासकीय मानसिक रूप से अविकसित बालक-बालिकाओें के आवासीय विद्यालय में करीब 52 बच्चे दर्ज हैं और 22 हाॅस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं।

स्टाफ की कमी लंबे समय से बरकरार

शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ उमा विद्यालय और शासकीय मानसिक रूप से अविकसित बालक-बालिकाओं के आवासीय विद्यालय में लंबे समय से स्टाफ की कमी बनी हुई है, लेकिन विभागीय अधिकारियों द्वारा अब तक इस पर ध्यान नहीं दिया गया है। अब चुनाव के दौरान भी यहां के स्टाफ की डयूटी चुनाव में लगाई गई है। ऐसे में पहले से ही बिगड़ी हुई व्यवस्थाएं और अधिक बिगड़ने की स्थिति बन रही है।

चुनाव बाद शुरू होगा हॉस्टल

भोपाल संभाग जेडी आरके सिंह ने बताया कि फिलहाल अभी हाॅस्टल नहीं चल पा रहा है। उसे बंद नहीं किया गया है। इस हाॅस्टल के कई लोग रिटायर हो चुके हैं और स्टाफ की व्यवस्था की जा रही है। ऐसे में चुनाव के बाद छात्रावास शुरू कर दिया जाएगा। मैं दिखवाता हूं।

जानकारी दी गई है

अधीक्षिका प्रभा सोमवंशी ने कहा कि स्टाफ के लिए हमारे द्वारा वरिष्ठ कार्यालय को जानकारी दी गई है। चुनाव के बाद हाॅस्टल पूरी व्यवस्थाओं के साथ शुरू हो जाएगा।  

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