BHOPAL NEWS :मानसरोवर आयुर्वेदिक काॅलेज में वैद्यों ने उपचार की नई तकनीकों पर की चर्चा
BHOPAL NEWS : भोपाल। मानसरोवर आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज एवं रिसर्च सेंटर में दो दिवसीय शालक्य संभाषणम कार्यशाला का समापन किया गया। इस दौरान देश भर से आए प्रख्यात वैद्यों ने आंख, नाक, कान एवं गले से संबंधित रोगों में कारगर इलाज की नई तकनीकों पर चर्चा की।;
BHOPAL NEWS : भोपाल। मानसरोवर आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज (College) एवं रिसर्च सेंटर (Centre) में दो दिवसीय शालक्य संभाषणम कार्यशाला (Workshop) का समापन किया गया। इस दौरान देश भर (Whole Country) से आए प्रख्यात वैद्यों (Vaidha) ने आंख, नाक, कान एवं गले से संबंधित रोगों में कारगर इलाज की नई तकनीकों पर चर्चा की। वहीं 8वें आयुर्वेद दिवस पर आधारित विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से आयुर्वेद के विद्यार्थियों को जागरूक किया गया।
कार्यक्रम के समापन सत्र के मुख्य अतिथि आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव डाॅ. अशोक वार्ष्णेय ने शालक्य तंत्र के क्षेत्र में हो रहे अनुसंधान और इससे जुड़ी संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों से व्यावहारिक प्रयोग पर ध्यान देने की बात कही। वहीं मानसरोवर ग्रुप आफ इंस्टिट्यूशंस के चीफ एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर इंजी. गौरव तिवारी ने कहा कि मानसरोवर समूह का प्रयास रहता है कि आयुर्वेद के क्षेत्र में हो प्रत्येक नवाचार से यहां के विद्यार्थी अवगत हो सकें और इससे जुड़ी संभावनाओं के बारे में भी जान सकें।
विद्यार्थियों का मार्गदर्शन
मुंबई से आए विश्व प्रसिद्ध ई.एन.टी. डाॅक्टर निशित शाह ने अपने उद्बोधन से विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। इसी क्रम में डाॅ. बृजेश सक्सेना ने छात्रों को सेमिनार में निरंतर भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। द्वितीय सत्र की प्रमुख वक्ता वैद्य डाॅ. मंजरी केसकर ने अपने व्याख्यान में शुष्क अक्षिपाक (ड्राई आई) डिजीज का विस्तार से वर्णन किया।
कुरूक्षेत्र से आई वक्ता डाॅ. आशु ने अपने व्याख्यान में 15 से अधिक जटिल रोगियों पर आधारित केस रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस दौरान मानसरोवर ग्रुप के आयुर्वेद डायरेक्टर डाॅ. बाबुल ताम्रकर सहित मानसरोवर आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. अनुराग सिंह राजपूत, साई इंस्टीट्यूट आफ आयुर्वेद के प्राचार्य डाॅ. भारत चैरागड़े, फैकल्टी आफ आयुर्वेद के प्राचार्य डाॅ. सतीश शर्मा सहित वरिष्ठ प्राध्यापक डाॅ. अशोक कुमार गुप्ता, डाॅ. मनीषा राठी, डाॅ. स्वाति व्यास और कार्यकारिणी सदस्य में डाॅ जागृति रिछारिया, डाॅ. राजेन्द्र पटेल, डाॅ. अरूणिमा नामदेव, डाॅ. प्रभु जाथर, डाॅ. शुभांगी सहित तीनों आयुर्वेदिक काॅलेजों के शिक्षक शिक्षिकाएं एवं चिकित्सकगण मौजूद रहे।