Bhopal : Kerwa और Kaliasot डैम के सर्वे में इतने मगरमच्छ आए नजर
राजधानी के कलियासोत और केरवा डेम में पिछले दो दिनों से मगरमच्छों की गिनती की जा रही थी। इन दो दिनों में कुल 24 मगरमच्छ दिखाई दिए। इनमें 6 वयस्क हैं। मगरमच्छों की लंबाई 3 से 9 फीट है। फरवरी में मगरमच्छ जमीन धूप सेंकते हुए मिलते हैं।;
भोपाल। राजधानी के कलियासोत और केरवा डेम में पिछले दो दिनों से मगरमच्छों की गिनती की जा रही थी। इन दो दिनों में कुल 24 मगरमच्छ दिखाई दिए। इनमें 6 वयस्क हैं। मगरमच्छों की लंबाई 3 से 9 फीट है। फरवरी में मगरमच्छ जमीन धूप सेंकते हुए मिलते हैं। इस बार गिनती जून में होने से वे पानी में चले हैं। इन दोनों वजह से संख्या कम आई है। दो दिन के सर्वे में घड़ियाल नहीं दिखाई दिए। उल्लेखनीय है कि पिछले साल की गिनती में 22 मगरमच्छ दिखाई दिए थे।
वयस्क मगरमच्छों की लंबाई 9 फीट से ज्यादा
यहां मिले मगरमच्छों में 6 अडल्ट,10 सब एडल्ट, 4 जुवेनाइल, 4 हेविंग हैं। वयस्क की लंबाई 9 फीट से ज्यादा, सब अडल्ट 6 फीट से नीचे,जुवेनाइल 3 फीट से नीचे के हैं। साफ्टसेल टर्टल की दो प्रजाति भी मिली हैं। घड़ियाल एक भी नहीं मिला। पिछले साल इनकी संख्या दो थी।
भीड़ व वाहनों की आवाज के चलते नहीं दिखे
शनिवार को सुबह करीब 10 बजे से सर्वे का काम शुरू किया गया। इस दौरान यहां पर वाहनों की तेज आवाज और मछली पकड़ने वालों की काफी भीड़ होने के चलते भी मगरमच्छ और घड़ियाल पानी के भीतर ही रहे। वह उस हिसाब से ऊपर नहीं आए,जो वन विभाग के अधिकारी अनुमान लगा रहे थे। हालाकि वन विभाग के अधिकारी अभी आगे भी सर्वे जारी रखेंगे। वन विभाग के एसडीओ आरएस भदौरिया ने बताया कि सर्वे की प्रक्रिया लगातार चलेगी।
इन्होंने किया सर्वे
भोपाल के केरवा और कलियासोत डेम में 16 और 17 जून को मगरमच्छ और घड़ियालों की गिनती की गई। कछुए की प्रजाति भी तलाश की गई। मगरमच्छ, घड़ियाल और कछुए के रहवास, नेस्टींग पाइंट और ब्रीडिंग की ट्रेनिंग, सर्वे और गणना के लिए कार्यक्रम हुआ। इसके बाद पांच टीमें बनाई गई। जिसने नाव और पैदल भ्रमण करके गिनती की। इसके बाद सदस्यों को सर्टिफिकेट भी बांटे गए। जलीय जीव विशेषज्ञ डॉ. ऋषिकेश शर्मा, एसडीओ भदौरिया, वन परिक्षेत्र अधिकारी समर्धा शिवपाल पिपरदे, तिंसा फाउंडेशन के डीपी श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।