उज्जैन में बड़ा हादसा टला, क्षिप्रा में जल सत्याग्रह करने उतरी कांग्रेस नेत्री नूरी डूबते-डूबते बची, जानिए क्या हुआ
मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में गुरुवार को एक बड़ा हादसा टल गया। महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष नूरी खान यहां मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी की सफाई की मांग को लेकर जल सत्याग्रह के लिए क्षिप्रा में उतरी थीं। अचानक वे डूबने लगीं। पार्टी कार्यकर्ताओं ने डूबते देख नदी में उतरकर उन्हें बचाया और अस्पताल पहुंचाया। नूरी खान के साथ दस अन्य महिलाएं भी जल सत्याग्रह के लिए नदी में उतरी थीं। नूरी ने सफाई अभियान में 600 करोड़ के घोटाले का आरोप भी लगाया था।;
भोपाल। मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में गुरुवार को एक बड़ा हादसा टल गया। महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष नूरी खान यहां मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी की सफाई की मांग को लेकर जल सत्याग्रह के लिए क्षिप्रा में उतरी थीं। अचानक वे डूबने लगीं। पार्टी कार्यकर्ताओं ने डूबते देख नदी में उतरकर उन्हें बचाया और अस्पताल पहुंचाया। नूरी खान के साथ दस अन्य महिलाएं भी जल सत्याग्रह के लिए नदी में उतरी थीं। नूरी ने सफाई अभियान में 600 करोड़ के घोटाले का आरोप भी लगाया था। अब तक नदी के शुद्धिकरण को लेकर साधु-संत धरना दे रहे थे। सरकार के आश्वासन पर उन्होंने धरना और उपवास स्थगित कर दिया था। इसके बाद नूरी खान ने इस मामले को लपका।
नूरी ने दी थी यह चेतावनी
जल सत्याग्रह से पहले नूरी ने कहा था कि कलेक्टर जब तक आकर स्पष्ट नहीं कर देते कि क्षिप्रा शुद्धिकरण को लेकर क्या ठोस कार्रवाई कर रहे हैं तब तक सत्याग्रह जारी रहेगा। उन्होंने कहा था कि जल सत्याग्रह के दौरान अगर मुझे कुछ होता है या मेरी मृत्यु होती है तो इसकी जिम्मेदारी सरकार और जिला प्रशासन की होगी। उन्होंने यह घोषणा भी की थी कि यदि उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया तो जेल के अंदर भी उनका सत्याग्रह जारी रहेगा।