NEEMUCH NEWS; लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई, 12 हजार रिश्वत लेते तहसीलदार का बाबू रंगे हाथों गिरफ्तार
आरोपी विवेक चौहान ने आवेदक अधिवक्ता बलराम बैरागी से बैंकों से डिफाल्टर मकानों की कुर्की के आदेश और कब्जा दिलाने के लिए 18 रुपए रिश्वत के तौर पर मांगे। जिसकी शिकायत आवेदक ने लोकायुक्त पुलिस से की थी।;
नीमच ; मध्यप्रदेश में भ्रष्ट्राचार को जड़ से खत्म करने के लिए लोकायुक्त की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। लेकिन इसके बाद भी रिश्वतखोर अपने हरकतों से बाज नहीं हां रहे है। इसी कड़ी में हाल ही में लोकायुक्त की टीम ने तहसीलदार के बाबू को 12 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। फरयादी के बयान के आधार पर लोकायुक्त की टीम ने इस मामले में कार्रवाई की।
बाबू ने फरयादी से 18 रुपए रिश्वत मांगी
जानकारी के अनुसार आरोपी बाबू का नाम विवेक चौहान है। जो मनासा तहसील में सहायक ग्रेड 3 पर पदस्थ है। लंबे समय से बाबू लोगों का काम करवाने के लिए घूस लेते आ रहा है। इसी कड़ी में आरोपी विवेक चौहान ने आवेदक अधिवक्ता बलराम बैरागी से बैंकों से डिफाल्टर मकानों की कुर्की के आदेश और कब्जा दिलाने के लिए 18 रुपए रिश्वत के तौर पर मांगे। जिसकी शिकायत आवेदक ने लोकायुक्त पुलिस से की थी।
पीड़ित ने की लोकायुक्त में शिकायत
बता दें कि यह सौदा 15 हजार में तय किया गया। आवेदक तीन हजार रुपये पहले ही दे चुका था। इस दौरान बाबू लगातरा फरयादी से फ़ोन कर बाकि के बचे पैसे मांगते थे। जिससे परेशान होकर बलराम बैरागी ने इस मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज कार्रवाई। जिसके बाद इस पूरे मामले की छान बिन करते हुए बाबू को दोषी पाया गया। जिसके बाद लोकायुक्त ने आरोपी को पड़ने का प्लेन बनाया।
बाबू विवेक चौहान को लोकायुक्त ने दबोचा
जिसके बाद फरयादी द्वारा आरोपी को बकाया पैसे देने के लिए बुलाया गया और जब बलराम बैरागी ने आरोपी विवेक चौहान को 15 हजार रुपए दिए तो वही ही लोकायुक्त ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल लोकायुक्त पुलिस आरोपी तहसीलदार के बाबू के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई कर रही है।