Ujjain crime news : बोरे में मिली महिला की लाश के मामले में बड़ा खुलासा, आरोपी गिरफ्तार, पूछताछ में यह आया सामने
दो दिन पहले नागदा की चंबल नदी में एक अज्ञात महिला का शव बोरे में बंद मिला था, जिसकी गरदन व सिर पर धारदार हथियार से गंभीर चोटे पहुंचाकर उसकी हत्या कर साक्ष्य छिपाने के लिए आरोपी द्वारा उसके शव को बोरे में बंद कर चंबल नदी में फेंक दिया गया था।;
रिपोर्ट राकेश कानूनगो
उज्जैन। दो दिन पहले नागदा की चंबल नदी में एक अज्ञात महिला का शव बोरे में बंद मिला था, जिसकी गरदन व सिर पर धारदार हथियार से गंभीर चोटे पहुंचाकर उसकी हत्या कर साक्ष्य छिपाने के लिए आरोपी द्वारा उसके शव को बोरे में बंद कर चंबल नदी में फेंक दिया गया था।
अज्ञात महिला के हाथ पर वरदीबाई नाम लिखा हुआ था। थाना नागदा में एक दिन पूर्व ही वरदीबाई नामक महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके परिजनो द्वारा दर्ज कराई गई थी जिसके आधार पर गुमशुदा के परिवार वालों को मौके पर बुलाया गया जिन्होंने महिला के शव को पहचान लिया था और बताया था कि वरदीबाई के शव से चांदी के कमरबंद कडे बिछीया तथा गले में पहना हुआ मंगलसुत्र गायब है तथा शंका जाहिर की थी कि किसी ने महिला के साथ लूट करने के बाद उसकी हत्या कर दी है।
खेत पर लाकर की थी हत्या
मामले की पड़ताल करने पर नागदा पुलिस को जानकारी हासिल हुई कि जिस दिन महिला घर से सब्जी-मंडी का कहकर निकली थी और घर वापस नहीं लौटी थी, उस दिन आखिरी बार उसे ग्राम खुरमुडी निवासी रतन गुर्जर के साथ देखा गया था। रतन गुर्जर को हिरासत में लेकर जब पुलिस ने इस संबंध मे उससे पूछताछ की तब पहले तो वह पुलिस को गुमराह करने के लिए कई तरह की कहानियां बनाता रहा लेकिन, जब उससे पुलिस द्वारा जुटाए गए सबूतों के आधार पर सख्ती से पूछताछ की गई तो रतन गुर्जर ने बताया कि वह वरदीबाई को करीब ढेड साल पहले से जानता था। जब वह उसे अपने खेत पर सोयाबीन काटने के लिए साथ में लेकर अपने गया उसके बाद उसकी वरदीबाई के साथ अंतरंगता बढ़ती गई। क्योकिं वरदीबाई के पति द्वारा उसे करीब 15 वर्षो पूर्व छोड दिया गया था और रतन की पत्नी भी उसे कई साल पहले छोड़ कर जा चुकी थी।
इस दौरान रतन गुर्जर द्वारा वरदीबाई पर लाखों रुपये खर्च किए गए थे। पर इसके बाद भी वरदीबाई उससे संतुष्ट नहीं थी और रतन के ऊपर उसकी जमीन अपने नाम करने का दबाव बना रही थी। जिसके कारण रतन काफी तनाव में था। रतन विगत मंगलवार वरदीबाई को उसके घर के पास से अपनी मोटर साइकल पर बैठाकर शाम के समय ग्राम खुरमुडी स्थित अपने खेत पर लेकर गया। जहां उसका वरदीबाई से जमीन उसके नाम पर करने की बात पर झगडा हुआ। तब रतन ने एक दराते से वरदीबाई के गरदन चेहरे व सिर पर मार कर उसकी हत्या कर दी। फिर अपने घर से एक बोरा लेकर वरदीबाई का शव भरकर अपनी मोटरसाइकल पर बांधकर चंबल नदी के पुल के ऊपर से नदी में फेंक दिया। साथ ही मृतिका का मोबाईल फोन भी रतन ने चंबल नदी में फेंक दिया था। रतन ने पुलिस को बताया कि वरदीबाई की हत्या करने के बाद उसने अपने पहने हुए कपड़े तथा वरदीबाई के चांदी के कमरबंद, कड़े, बिछिया और मंगलसूत्र उतारकर अपने घर के पास एक कचरे के ढेर में छिपा दिए थे।
नागदा पुलिस द्वारा आरोपी रतन गुर्जर को गिरफ्तार कर उससे घटना में उपयोग किए गए दराता, मोटर सायकिल तथा उसके द्वारा घटना के समय पहने रक्त रंजित कपड़े और मृतिका वरदीबाई के शव से उतारे गए चांदी के कडे, कमरबंद, बिछीयां व मंगलसुत्र बरामद कर लिया गया है।