राज्य निर्वाचन आयुक्त से मिला भाजपा का प्रतिनिधि मंडल, प्रथम चरण में गड़बड़ियों की ओर ध्यान दिलाया, की यह मांग

भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने गुरूवार को आयुक्त, राज्य निर्वाचन आयोग से मिलकर नगरीय निकाय चुनाव के प्रथम चरण में हुई अव्यवस्थाओं की जानकारी दी एवं द्वितीय चरण में मतदाताओं को इस प्रकार की कठिनाईयों का सामना न करना पड़े इसके लिए समाधान की मांग की। पार्टी के प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी, पूर्व सांसद आलोक संजर, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. हितेष वाजपेयी, स्थानीय निकाय प्रबंध समिति के सदस्य एसएस उप्पल, अशोक विश्वकर्मा एवं सुरजीत सिंह चौहान शामिल थे।;

Update: 2022-07-07 11:25 GMT

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने गुरूवार को आयुक्त, राज्य निर्वाचन आयोग से मिलकर नगरीय निकाय चुनाव के प्रथम चरण में हुई अव्यवस्थाओं की जानकारी दी एवं द्वितीय चरण में मतदाताओं को इस प्रकार की कठिनाईयों का सामना न करना पड़े इसके लिए समाधान की मांग की। पार्टी के प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी, पूर्व सांसद आलोक संजर, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. हितेष वाजपेयी, स्थानीय निकाय प्रबंध समिति के सदस्य एसएस उप्पल, अशोक विश्वकर्मा एवं सुरजीत सिंह चौहान शामिल थे।

दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई हो

प्रतिनिधि मंडल ने आयुक्त को सौपे ज्ञापन में कहा है कि नगरीय निकाय चुनाव के प्रथम चरण के चुनाव में आयोग ने मतदाताओं को जागरूक नही किया जिसके कारण मतदान में कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। बीएलओ के उपर प्रभावी नियंत्रण नहीं होने के कारण मतदान की पर्चियॉं मतदाताओं को वितरित नहीं की जिसके कारण मतदान प्रतिशत कम हुआ है। मतदाता सूची में जिन मतदाताओं के नाम थे उनमें से अधिकांश मतदाताओं को मतदान पर्चियॉं प्राप्त नहीं हुई हैं, जिसके कारण हजारों की संख्या में मतदाता मतदान के अधिकार से वंचित रहे गये। जिन मतदाताओं ने विगत विधानसभा चुनाव में जिन मतदान केन्द्रों पर वोट डाला था इस बार उनके मतदान केन्द्र बिना सूचना के विभाजित करने के कारण मतदान करने के लिये भटकना पड़ा। जिन बीएलओं ने लापरवाही की है उनके विरूद्व कठोर कार्यवाही की मांग की है।

कलेक्टरों को दें निर्देश

प्रतिनिधि मंडल ने द्वितिय चरण में जिन जिलों के नगरीय निकायों में मतदान प्रस्तावित है वहॉं के जिला कलेक्टरों को निर्देश देकर मतदान की पर्चियॉं युद्व स्तर पर मतदाताओं को वितरित कराकर मतदान प्रतिशत बढ़ाने की मांग की। प्रथम चरण के चुनाव के दौरान केन्द्रीय कर्मचारी भी मतदान करने से वंचित रह गये इसकी जानकारी देने की मांग की। बीएलओं ने घर-घर जाकर मतदाता सूचियों का सर्वे नहीं किया है जिसके कारण कई मतदाताओं के नाम मतदाता सूचियों में छूट गये और मतदान के अधिकार से वंचित रहे गये। उनके विरूद्व आवश्यक कार्यवाही की मांग की है। 

Tags:    

Similar News