यूपी से आए दो दर्जन ईट भट्टा मजदूरों को छोड़कर भागा मुकद्दम
सूखी सेवनिया स्थित गड़मुर्रा गांव में मोती के ईट भट्टे पर काम करने वाले मजदूरों को बंधक बनाने की सूचना के बाद जिला प्रशासन का अमला अलर्ट हो गया, हालांकि नायब तहसीलदार मुकेश राज के साथ जब टीम पहुंची, तो मजदूरों ने बंधक बनाने से इंकार कर दिया।;
भट्टा संचालक से हड़पी राशि, एसडीएम को खुद ही कर दिया बंधक बनाने का कॉल
नायब तहसीलदार ने ट्रेन से मजदूरों को घर किया रवाना
भोपाल। सूखी सेवनिया स्थित गड़मुर्रा गांव में मोती के ईट भट्टे पर काम करने वाले मजदूरों को बंधक बनाने की सूचना के बाद जिला प्रशासन का अमला अलर्ट हो गया, हालांकि नायब तहसीलदार मुकेश राज के साथ जब टीम पहुंची, तो मजदूरों ने बंधक बनाने से इंकार कर दिया। उन्होंने बताया कि गांव का मुकद्दम हमें यहां लाया था, जो भाग गया है। इधर ईट भट्टा संचालक ने बताया कि उन्होंने बुधवार को ही मुकद्दम के बैंक अकाउंट में बीस हजार रुपए की राशि ट्रांसफर की थी। टीम ने मजदूरों का टिकट कराने के साथ उन्हें खर्च की राशि दिलवाकर अपने घर रवाना कराया। दो दर्जन मजूदरों के साथ उनके बच्चे भी थे।
उत्तरप्रदेश के अमरोहा से चार दिन पहले 12 परिवारों के 24 लोग और बच्चे ईट भट्टे पर मजदूरी करने आए थे। इन मजदूरों को गड़मुर्रा गांव में ईट भट्टे पर काम के लिए राजकुमार मुकद्दम लाया था। गुरुवार को एसडीएम आकाश श्रीवास्तव को मुकद्दम ने फोन करके बताया कि गड़मुर्रा में दो दर्जन मजदूरों को ईट भट्टा संचापलक ने बंधक बना लिया है। जिसके बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर मजदूरों से बात की। गुरुवार को ही इन मजदूरों को अपने घरों के लिए ट्रेन से रवाना कर दिया गया है। नायब तहसीलदार ने बताया कि सभी मजदूरों को सकुशल यहां से रवाना कर दिया गया है। वह यहां काम नहीं करना चाहते थे।