MP ELECTION:सीईओ राजन ने ग्वालियर एवं भिंड में मतगणना केंद्रों की देखी व्यवस्थाएं
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) अनुपम राजन ने बुधवार को ग्वालियर और भिंड जिले में बनाए गए मतगणना केन्द्र का निरीक्षण किया। उन्होंने 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना को लेकर दोनों जिलों में की जा रही तैयारियों का मुआयना किया और संबंधित कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश भी दिए।;
MP NEWS: भोपाल। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से घोषित निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार 3 दिसम्बर को सुबह 8 बजे सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती शुरू होगी। आधा घंटे बाद ईवीएम में दर्ज मतों की गिनती शुरू की जाएगी। राजन ने बुधवार को महारानी लक्ष्मीबाई (एमएलबी) कॉलेज पहुंचकर ग्वालियर जिले के सभी 6 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतगणना की तैयारियों का अवलोकन किया। राजनैतिक दलों एवं प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों से चर्चा कर उनके साथ ईवीएम स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया। राजनैतिक दलों एवं प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों ने राजन से कहा कि स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर वे पूरी तरह संतुष्ट है। सीसीटीवी कैमरे और एलईडी स्क्रीन से 24 घंटे वे स्ट्रांग रूम को देख रख रहे हैं।
डाक मतपत्रों की गिनती के बाद होगी ईवीएम की गिनती
सीईओ राजन ने ईवीएम एवं डाक मतपत्र गिनने के लिए लगाईं गई टेबल, स्ट्रांग रूम से मतगणना कक्ष तक ईवीएम पहुंचाने के लिए बनाए गए अलग-अलग कॅारिडोर, प्रत्याशियों के अभिकर्ताओं की बैठक व्यवस्था, मतगणना परिसर में प्रवेश तथा मीडिया सेंटर सहित मतगणना से संबंधित सभी व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी और रिटर्निंग अधिकारियों को निर्देश दिए कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन करते हुए मतगणना सम्पन्न कराएं। राजन ने कहा कि डाक मतपत्रों की गिनती तेजी से हो सके, इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग ने टेबल बढ़ाने की अनुमति दे दी है। एमएलबी कॉलेज में हर विधानसभा क्षेत्र के मतों की गिनती के लिए दो–दो गणना कक्ष बनाए गए हैं। इस मौके पर कमिश्नर ग्वालियर दीपक सिंह, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
भिंड में आईटीआई परिसर में होगी मतगणना
सीईओ राजन ने भिंड के आईटीआई परिसर में बनाए गए मतगणना स्थल पहुंचकर निरीक्षण किया और ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था, स्ट्रॉन्ग रूम के बारे में जानकारी प्राप्त की। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने विधानसभा क्षेत्रवार बनाए गए मतगणना कक्षों में जाकर तैयारियों का निरीक्षण किया। साथ ही डाक मतपत्रों की गणना के लिए की जा रही व्यवस्थाओं को भी देखा एवं मतगणना टेबल, मतगणना कार्य में लगे अमले की संख्या, सुरक्षा व्यवस्था आदि के बारे में जानकारी ली। राजन ने मतगणना स्थल पर स्ट्रांग रूम की सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी के लिए बनाई गई व्यवस्था का भी अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि मतगणना स्थल पर सभी व्यवस्थाएं सुचारू रहें, किसी भी वजह से मतगणना प्रभावित नहीं हो, यह सुनिश्चित किया जाए। इसके बाद जिला कोषालय के स्ट्रांग रूम का अवलोकन कर डाक मतपत्र की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।
विधानसभा चुनाव: मतगणना में सभी टेबलों पर होगी वीडियोग्राफी
विधानसभा चुनाव की मतगणना की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। इसके साथ स्ट्रांग रूम से ईवीएम मशीनें निकालने, टेबलों पर रखने और उनके वोटों की गिनती तक पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। काउंटिंग के बाद मशीनों की सीलिंग का काम भी कैमरे की देखरेख में किया जाना है। इसके बाद एक-एक राउंड की मतगणना के बाद रिटर्निंग अधिकारी को सर्टिफिकेट देना पड़ेगा। जिसके आधार पर सभी राउंडों की काउंटिंग को आखिर में जोड़कर कुल वोटों की गिनती होगी। आयोग के मुताबिक मतगणना की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वीडियो रिकार्डिंग भविष्य के लिए सील बंद की जाएगी। उम्मीदवार यह रिकार्डिंग ले भी सकते हैं।
सर्टिफिकेट देने में लगेगी देरी
सुबह आठ बजे से पोस्टल बलेट की गणना की जाएगी। इसके बाद सुबह साढ़े आठ बजे से ईवीएम के वोटों की गिनती शुरु होगी। ऐसे में मतगणना का पहला राउंट करीब दस बजे तक पूरा हो जाएगा, रिटर्निंग अधिकारी को प्रत्येक राउंड के साथ उम्मीदवारों को सर्टिफिकेट भी देना पड़ेगा। इससे प्रत्येक राउंट की गिनती की जांच करना पड़ेगी।
काउंटिंग, 35 केंद्रों की गिनी जाएंगी पर्चियां
रविवार तीन दिसंबर को होने वाली मतगणना को लेकर जिला निर्वाचन कार्यालय तैयारियों में जुटा है। जिसके तहत मतगणना करने वाले कर्मचारियों को पहले दौर की ट्रेनिंग दे दी गई है। दो दिसंबर को दूसरे दौर की ट्रेनिंग दी जाएगी। जिसके दूसरे दिन यह कर्मचारी मतगणना करेंगे। दो दिसंबर को विधानसभावार कर्मचारियों को रेंडमाइजेशन भी किया जाएगा, जिससे तय हो जाएगा कि सात विधानसभा क्षेत्रों में काउंटिंग करने वाले कर्मचारी किस विधानसभा की ईवीएम की गणना करेंगे। इधर मॉकपोल और मतदान के दौरान जिन 13 केंद्रों पर कंट्रोल यूनिट मशीनें बदली गई थीं, वहां दो-दो मशीनों के वोटों की गणना की जाएगी। राजधानी की सात विस में मॉक पोल के दौरान 43 मशीनें खराब निकलीं थीं, जिसमें आठ कंट्रोल यूनिट थीं।
एक विधानसभा से पांच केंद्र की पर्ची की गिनती
विधानसभा क्षेत्र में पांच मतदान केन्द्र का चुनाव रेंडम आधार किया जाएगा। जिसके बाद इन मतदान केंद्र की ईवीएम के कंट्रोल यूनिट के वोटों का मिलान वीवीपेट की पर्चियों से किया जाएगा। यह गिनती मतगणना एजेंटों के सामने क