मुख्यमंत्री शिवराज ने रायसेन, नरसिंहपुर जिलों को दिलाया यह संकल्प, जानिए अफसरों, जनप्रतिनिधियों से की क्या अपेक्षा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सुबह साढ़े 6 बजे शुरू की गईं बैठकों की श्रंखला में बुधवार की सुबह रायसेन एवं नरसिंहपुर जिलों के जन प्रतिनिधियों, अफसरों से वर्चुअल संवाद किया। आज उन्होंने सभी को समाज के सहयोग से आंगनवाड़ियों के बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि मैने मंगलवार को भोपाल से जो शुरुआत की है, वह अभियान प्रदेश भर में चलना चाहिए।;
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सुबह साढ़े 6 बजे शुरू की गईं बैठकों की श्रंखला में बुधवार की सुबह रायसेन एवं नरसिंहपुर जिलों के जन प्रतिनिधियों, अफसरों से वर्चुअल संवाद किया। आज उन्होंने सभी को समाज के सहयोग से आंगनवाड़ियों के बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि मैने मंगलवार को भोपाल से जो शुरुआत की है, वह अभियान प्रदेश भर में चलना चाहिए।
रश्मी तौर पर न हो काम, इसे परंपरा बनाएं
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अभियान को रस्मी तौर पर नहीं चलाना है। इसे आप परंपरा बनाएँ और जनता को साथ लेकर आंगनवाड़ी को स्वास्थ्य, शिक्षा और संस्कार का केंद्र बनाएं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में वर्षों से कुपोषण एक समस्या रही है। मेरा मानना है कि बिना समाज के सहयोग के इसे मिटाने का काम नहीं हो सकता। हमने प्रयोग किया कि समाज आंगनवाड़ी अडॉप्ट करे और उसके अच्छे परिणाम आए। कल मैंने एक प्रयोग किया, मैं बच्चों के खिलौने इकट्ठा करने के लिए कल भोपाल में ठेला लेकर निकला। मुझे 800 मीटर तय करने में तीन घंटे लगे। लोगों ने दस ट्रक सामान और दो करोड़ रुपये आंगनवाड़ियों के लिए मिले। मैं चाहता हूँ कि रायसेन और नरसिंहपुर में भी यह प्रयोग करें।
जनप्रतिनिधि जनता को जोड़ें, यह अद्भुत प्रयोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधि जनता को जोड़ें। प्रभारी मंत्री भी इस काम को देखें। यह जनभागीदारी का अद्भुत प्रयोग है। एक नवाचार का जिक्र करते हुए चौहान ने बताया कि हमने एक अभियान शुरू किया था कि जनता को किसी भी प्रकार की अगर समस्या है तो वो केवल उसका वीडियो लेकर उसे हमारे सोशल मीडिया पर अपलोड कर सकते हैं। इसमें हमें तुरंत 2,700 फ़ोटो वीडियो आ गए थे। हमने 2,100 से 2,300 समस्याओं का निराकरण तत्काल किया। ये काम लगातार जारी है।