सीएम शिवराज ने किया आगाह- 'कोरोना अभी गया नहीं है, निश्चिंत न हो'
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा- 'सावधानी बरते सजग रहे, कहीं भी भीड़ न लगाएं, मास्क जरूर पहनें। पढ़िए पूरी खबर-;
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के लोगों को आगाह किया कि कोरोना गया नहीं है, निश्चिंत न हों। पूरी तरह सावधानी एवं सजग रहें। कहीं भी भीड़ न लगाएं। अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें। अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं, फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा अन्य सभी सावधानियां बरतें। जरा-सी लापरवाही खतरनाक हो सकती है।
मुख्यमंत्री चौहान शनिवार को मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग (वीसी) के जरिए से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल में कोरोना की पॉजिटिविटी दर लगभग 10 फीसदी आई है, अत: यहां विशेष सावधानी की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि भोपाल में सोमवार से निजी कार्यालय 50 फीसदी क्षमता से संचालित हों। दुकानों के बंद होने का समय रात्रि 10 बजे के स्थान पर 8 बजे किया जाए।
इस मौके पर चिकित्सा शिक्षा, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा संजय शुक्ला मौजूद थे।
स्वतंत्रता दिवस समारोह सीमित रूप से मनाए जाएं
मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सभी जिलों में स्वतंत्रता दिवस समारोह सीमित रूप से मनाए जाएं तथा उनमें पूरी सतर्कता एवं सावधानी रखी जाए। सीहोर जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां टेस्टिंग कम है। वहां प्रति दस लाख सैम्पलिंग 1370 है, जबकि मप्र में टेस्टिंग 7096 प्रति दस लाख है। नसरूल्लागंज में पिछले दिनों में अधिक प्रकरण सामने आए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वहां टेस्टिंग बढ़ाई जाए, आवश्यकता होने पर लॉकडाउन किया जा सकता है। सीहोर जिले में वर्तमान में एक्टिव मरीज 61 हैं जबकि 29 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। विदिशा जिले की समीक्षा में जानकारी मिली कि वहां शादी समारोहों में अधिक व्यक्ति संक्रमित हुए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि शादी आदि समारोहों में शासन के निर्धारित गाइड लाइन का पालन सुनिश्चित किया जाए। यदि कोई इसका पालन नहीं करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। जिले में सैम्पलिंग बढ़ाई जाए।
मध्यप्रदेश एक्टिव प्रकरणों में 15वें स्थान पर
प्रदेश में कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की तुलनात्मक समीक्षा में पाया गया कि मप्र एक्टिव प्रकरणों की दृष्टि से देश में 15 वें स्थान पर है, वहीं पॉजीटिव प्रकरणों के मामले में 13 वें स्थान पर है। मप्र की पॉजिटिविटी रेट 3.73 फीसदी, रिकवरी रेट 68.3 फीसदी तथा फैटिलिटी रेट 3.24 फीसदी है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रदेश के जिन जिलों में मेडिकल कॉलेज हैं, वे कॉलेज अपनी पूरी क्षमता के साथ संचालित हों। यदि वहां कोई कमी हो तो उसे तुरंत दूर कर पूर्ण सक्षम बनाया जाए। जो मेडिकल कॉलेज नए खुले हैं, उन्हें भी तुरंत पूरी क्षमता से संचालित करें। कोविड के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
जिन जिलों में पॉजिटिविटी दर ज्यादा है वे विशेष ध्यान दें
मुख्य सचिव बैंस ने निर्देश दिए कि जिन जिलों की कोरोना पॉजिटिविटी दर ज्यादा है वे विशेष सावधानी रखें। समीक्षा में पाया गया कि भोपाल, ग्वालियर, खरगौन, धार, सीहोर, श्योपुर, होशंगाबाद, नरसिंहपुर की पॉजिटिविटी दर अपेक्षाकृत अधिक है, वहीं उज्जैन, सागर, शिवपुरी, दतिया आदि जिलों में दर कम आई है। हरदा, दमोह, शहडोल, आगर-मालवा, अनूपपुर, डिंडोरी, निवाड़ी व सिवनी की पॉजिटिविटी दर शून्य फीसदी आई है।
किल कोरोना में 97 फीसदी सर्वे पूर्ण
बैठक में बताया गया कि किल कोरोना अभियान के तहत प्रदेश में 97 फीसदी स्वास्थ्य सर्वे कार्य पूरा हो गया है। एसीएस स्वास्थ्य मो. सुलेमान ने वीसी से बताया कि 20 जुलाई तक शत-प्रतिशत सर्वे हो जाएंगे। सर्वे के दौरान एक लाख 17 हजार 626 सैम्पल लिए गए, जिनमें से 2038 पॉजीटिव आए, पॉजिटिविटी दर 1.73 फीसदी रही है।