सीएम शिवराज अचानक छतरपुर जिले के खजुराहो के पास धमना गांव पहुंचे, वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने गांव में बनाए मिट्टी के बर्तन
मप्र में भी वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अचानक छतरपुर जिले के खजुराहो के पास धमना गांव पहुंच गए। वहां उन्होंने मिट्टी के बर्तन, दिये बनाने वाले नोनेलाल प्रजापति के घर दोपहर का भोजन किया। उन्होंने इस दौरान चाक पर मिट्टी के दिये भी बनाए।;
भोपाल। मप्र में भी वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अचानक छतरपुर जिले के खजुराहो के पास धमना गांव पहुंच गए। वहां उन्होंने मिट्टी के बर्तन, दिये बनाने वाले नोनेलाल प्रजापति के घर दोपहर का भोजन किया। उन्होंने इस दौरान चाक पर मिट्टी के दिये भी बनाए। बाद में उन्होंने धमना गांव में ही रोशनी स्व सहायता समूह के लोगों से चर्चा की। मुख्यमंत्री को धमना गांव की मिट्टी की कारीगरी की जानकारी किसी ने दी थी। इसके बाद वे मिट्टी के बर्तन मनाने वाले िशल्पकारों से मिलने के लिए भोपाल से सीधे खजुराहो पहुंचे। यहां से वे राजनगर के गांव धमना पहुंचे। इस गांव की स्व सहायता समूह टेरा कोटा का कार्य करता है। यह समूह मिट्टी के बरतन, खिलौने, दीये और टेराकोटा का सामान बनाकर इलाहाबाद, भोपाल, दिल्ली, गोवा, चंडीगढ़, गुजरात के शहर आदि जगहों पर बेचते हैं। इससे काफी लोगाें को रोजगार मिला हुआ है। इस समय चूंकि दीवाली का त्यौहार चल रहा है। लोग घरों में मिट्टी के दिये में तेल से रोशनी करते हैं। मुख्यमंत्री ने वोकल फार लोकल को बढ़ावा देने के लिए खुद इसका ब्रांडिंग करने निकल गए। उन्होंने समूह के लोगों के साथ ही स्थानीय लोगों से बातचीत कर उन्हें प्रोत्साहित किया। अपने बीच मुख्यमंत्री को पाकर गांव के लोग खासे प्रसन्न थे।
मुख्यमंत्री ने मिट्टी के दिये बनाने की बारीकी देखी
मुख्यमंत्री ने धमना गांव में बन रहे मिट्टी के बर्तन की बनावट देखी। उन्होंने खुद दिये बनाए। उनकी कलाकारी देखकर उन्होंने ग्रामीणों को प्रोत्सािहत किया। सीएम मिट्टी के दिये व खिलौनों का अवलोकन किया। मिट्टी के दिये बनाने वालों से कहा कि वे मन लगाकर इस धंधे को आगे बढ़ाएं। सरकार इसे और आगे बढ़ाएगी। देश में जहां भी बिक्री की संभावना होगी, बाजार में भिजवाने का काम भी करेंगे। वे चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिले। वे इसके लिए पूरे मन से लगे हुए हैं।