MP की दिव्यांग महिला ने बॉर्डर पर तैनात जवानों के लिए भेजी खास राखियां, महीनेभर मेहनत से किया तैयार
देश के भाइयों के लिए खास इस राखी को शहडोल जिला मुख्यालय में रहने वाली बैंक से रिटायर्ड दिव्यांग महिला और समाजसेवी मधुश्री राय ने तैयार की है। जिसे बनाने में उन्हें एक महीने का समय लगा गया। मधुश्री राय ने कड़ी मेहनत के साथ भारत-चीन सरहद पर तैनात जवानों के लिए 221 राखी बनाई है।;
शहडोल : भाई बहन के अटूट रिश्ते का प्रतिक रक्षाबंधन के त्योहार को लेकर देशभर में बहनों ने तैयारी तेज कर दी है। इस त्योहार का हर भाई-बहन को साल भर बेसब्री से इंतजार रहता है। इस पर्व पर जहाँ बहने भाइयों के लिए राखी बनाती है। तो वही भाई भी अपनी बहन के लिए खास तोहफा तैयार करते है। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग है जिनके पास या तो भाई नहीं है या फिर बहन। कुछ तो ऐसे भी लोग है जो काम और कर्त्तव्य के चलते घर नहीं जा पाते, जिसके की हमारे देश के वीर जवान। देश की सुरक्षा के लिए सीमा पर 24 घंटे तैनात रहने वाले सेना के जवानों की कलाई पर इस बार न सिर्फ उनकी बहने बल्कि देशों भर की बहनों की राखी सजेगी।
दिव्यांग बहन द्वारा तैयार की गई ये खास राखी
रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर इस बार मध्य प्रदेश की बहन ने भारत-चीन सीमा के जवानों के लिए खास तरह की राखी तैयारी कर भेजी है। इस बार देश की सुरक्षा में तैनात भाइयों की कलाई में इको फ्रेंडली राखियां सजेगी। जिसको खास तौर पर शहडोल की रहने वाली दिव्यांग बहन द्वारा तैयार किया गया है। बता दें कि यह राखी हर घर तिरंगा अभियान के तहत तिरंगे की थीम में इको फ्रेंडली राखियां बनाकर भारत-चीन सीमा पर रक्षा कर रहे जवानों के लिए भेजी गई हैं। ताकि देश के वीर जवानों को बहनों के पास न होने का गम न रहे।
मधुश्री राय ने एक महीने में 221 राखी बनाई
बता दें कि देश के भाइयों के लिए खास इस राखी को शहडोल जिला मुख्यालय में रहने वाली बैंक से रिटायर्ड दिव्यांग महिला और समाजसेवी मधुश्री राय ने तैयार की है। जिसे बनाने में उन्हें एक महीने का समय लगा गया। मधुश्री राय ने कड़ी मेहनत के साथ भारत-चीन सरहद पर तैनात जवानों के लिए 221 राखी बनाई है।जिसके साथ पीले चावल और तिलक लगाने के लिए रोली के साथ एक चिट्टी भेजी गई है। यह खास राखी 30 अगस्त को भाइयों की कलाई पर सजी नजर आएगी।