Vande Bharat Train:वंदे भारत ट्रेन का किराया 25 प्रतिशत होगा कम, इंदौर-भोपाल के यात्रियों का सफर होगा आसान
आधुनिक सुविधा से लेस वंदे भारत की प्रदेश को सौगात मिलने के बाद से यात्रियो का सफर भले ही आसान हो गया हो । लेकिन किराया ज्यादा होने की वजह से ज्यादा लोग इस ट्रेन में सफर नहीं कर पाते जिसको देखते हुए हाल ही में रेल प्रशासन द्वारा बड़ा फैसला लिया गया है। जिसके तहत अब इंदौर-भोपाल के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन का किराया 25 प्रतिशत तक कम किया जाएगा।;
इंदौर : आधुनिक सुविधा से लेस वंदे भारत की प्रदेश को सौगात मिलने के बाद से यात्रियो का सफर भले ही आसान हो गया हो । लेकिन किराया ज्यादा होने की वजह से ज्यादा लोग इस ट्रेन में सफर नहीं कर पाते जिसको देखते हुए हाल ही में रेल प्रशासन द्वारा बड़ा फैसला लिया गया है। जिसके तहत अब इंदौर-भोपाल के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन का किराया 25 प्रतिशत तक कम किया जाएगा। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग वंदे भारत में सफर का लाभ उठा सके।
28 जुलाई को आदेश जारी होने की संभावना
बता दें कि वंदे भारत की शुरुआत से ही ट्रेन को पर्याप्त यात्री नहीं मिल पा रहे हैं। वंदे भारत ट्रेन में दोनों तरफ से सौ से सवा सौ यात्री ही सफर कर रहे हैं, जबकि इसकी क्षमता साढ़े पांच सौ यात्रियों की हैं। जिसकी वजह से रेलवे को काफी नुकसान हो रह है। इसी को देखते हुए रेलवे द्वारा ये फैसला लिया गया है। 28 जुलाई को ट्रेन को एक माह पूरा होने पर 20 से 25 प्रतिशत किराये में कमी की जा सकती हैं। जिसको लेकर अगले महीने आदेश जारी कर सकता हैे ।
जानें कितना है किराया
वंदे भारत में इंदौर से भोपाल एसी चेयरकार का किराया 810 और एक्जीक्यूटिव चेयरकार का किराया 1510 रुपये है। तो वही भोपाल से इंदौर आने वाली वंदे भारत का किराया एसी चेयरकार में 910 और एक्जीक्यूटिव चेयरकार का 1600 रुपये ही था। इस तरह दोनों दिशाओं में रेलवे पहले से तय दरों पर ही यात्रियों से किराया वसूल रहा है।
इस वजह से की जा रही किराए में कटौती
हालही में पीएम मोदी द्वारा दोबारा मध्यप्रदेश को 2 वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिली है। जिसमे से एक ट्रेन इंदौर और भोपाल के बीच चल रही है तो वही दूसरी भोपाल से जबलपुर। दोनों ही ट्रेनों का किराया ज्यादा होने की वजह से यात्री ट्रेन में सफर नहीं कर रहे है। जिसकी वजह से अधिकतर ट्रेन खली जा रही है। जिसकी वजह से रेलवे को ज्यादा घटा हो रहा है। इन्ही सारी समस्याओं को देखते हुए रेल प्रशासन द्वारा ये फैसला लिया जा रहा है।
देश में कुल वंदेभारत की संख्या हुई 23
भोपाल में प्रधानमंत्री द्वारा पांच-पांच वंदेभारत एक्सप्रेस को झंडी दिखाने के बाद देश में कुल वंदेभारत की संख्या 23 हो जाएगी. मौजूदा समय अलग-अलग शहरों से 18 वंदेभारत एक्सप्रेस का संचालन हो रहा है. जिसमें ज्यादातर में आक्यूपेंसी रेट 100 फीसदी या इससे अधिक का है।