भोपाल। वन विहार राष्ट्रीय उधान में नर्सिगढ़ अभ्यारण से शनिवार दोपहर एक मादा तेंदुआ गंभीर अवस्था में लाई गई। जिसकी उम्र दो वर्ष बताई जा रही है। वन विहार के असिस्टेंट डायरेक्टर एके जैन ने बताया कि अभी तो इस बारे में कुछ भी कहना संभव नहीं है कि मगर ऐसा अंदेशा हो रहा है कि इसे जहर दिया गया है। इस संबंध में जांच के बाद ही कुछ कहा जाएगा। उल्लेखनीय है कि नर्सिहगढ़ अभ्यारण में 8 तेंदुए हैं। इसकी हालत बहुत गंभीर है वन विहार द्वारा इसका ट्रीटमेंट किया जा रहा है। बता दें कि इससे पहले 14 जनवरी को ग्वालियर चिड़ियाघर से 14 जनवरी को एक मादा तेंदुआ वन विहार लाई गई थी उसकी भी हालत अभी सामान्य नहीं बताई जा रही है।
-सुबह 10 बजे की घटना
इस बारे में बात करते हुए राजगढ़ डीएफओ एचएस मांझी ने बताया जंगली क्षेत्र में इसे सुबह 10 बजे देखा गया जब हमारी टीम मौके पर पहुंची, जहां देखा वह एक तरफ बैठी है और मूवमेंट नहीं कर पा रही है तेज तेज सांसे ले रही है इसके बाद हमने तुरंत ही वन विहार से डॉक्टर अतुल गुप्ता से संपर्क किया और यहां के एक वैटनरी डॉक्टर की मदद से इसे बेहोश कर कैज में डालकर वन विहार के लिए रवाना किया गया। अभी हम इस बारे में कुछ भी नहीं कह सकते हैं कि उसे क्या हुआ है। हालांकि हमें आसपास के एरिया की भी जांच की है पहली नजर में हमें लगा था कि उसे शायद करंट लगा है मगर वहां किसी भी प्रकार के कोई बिजली के तार नहीं है।