कर्ज लेकर फिजूलखर्ची कर रही सरकार, मेट्रो डीपीआर पर 2 हजार करोड़ अतिरिक्त खर्च किया
पटवारी ने कहा कि सरकार ने कर्ज लेकर 80 करोड़ का हवाई जहाज खरीदा, जो खराब कर दिया। फिर कर्ज लेकर सौ करोड़ का नया हवाई जहाज लिया, यह अच्छी बात नहीं है। सरकार हजारों करोड़ रुपये सिर्फ ब्याज पर खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि 20 साल से आवाज कानों में गूंज रही है किसानों की आमदनी दुगुनी करेंगे, दुगुनी करेंगे। अब तक यह नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है,.....;
भोपाल। मप्र ( MP ) विधानसभा ( Assembly ) में मंगलवार को सदन में चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक ( MLA ) जीतू पटवारी ( Jeetu patwari ) ने फिजूलखर्ची व वित्तीय अनियमितता को लेकर सरकार को घेरा। पटवारी ने कहा कि प्रदेश में न सरकार की आर्थिक स्थिति ठीक है, न जनता की। भोपाल ( Bhopal ) में एक बाप ने 50 हजार का कर्ज चुकाने अपने नाबालिक बच्चे को बेंच दिया, ये स्थिति है। इंदौर - भोपाल मेट्रो की डीपीआर पर सरकार ने बाद में दो हजार करोड़ ( two thousand crore ) रुपये की राशि बढ़ा दी।
पटवारी ने कहा कि सरकार ने कर्ज लेकर 80 करोड़ का हवाई जहाज खरीदा, जो खराब कर दिया। फिर कर्ज लेकर सौ करोड़ का नया हवाई जहाज लिया, यह अच्छी बात नहीं है। सरकार हजारों करोड़ रुपये सिर्फ ब्याज पर खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि 20 साल से आवाज कानों में गूंज रही है किसानों की आमदनी दुगुनी करेंगे, दुगुनी करेंगे। अब तक यह नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है, सिर्फ पीएचई विभाग में ही भ्रष्टाचार के 365 प्रकरण साल भर में दर्ज हुए हैं। सिंगाजी पावर प्लांट दो साल से बंद है, इससे नुकसान हो रहा है। इसके बावजूद सरकारी खजाने की राशि को लुटाया जा रह है। बिना बिजली खरीदे ही फ्री में ही सरकार ने 12 हजार करोड़ रुपये बिजली कंपनियों को दे दिये। वाणिज्यकर विभाग में 10 बड़े लोगों पर 714 करोड़ बकाया था, लेकिन सरकार ने सिर्फ 146 करोड़ रुपये भरवाकर 568 करोड़ रुपये की छूट दे दी। इंदौर -भोपाल मेट्रो ट्रेन के लिए 6000 करोड़ रुपये डीपीआर पर खर्च किए गए थे, लेकिन चार महीने बाद डीपीआर का खर्च बढ़ाकर 8000 करोड़ कर दिया गया। इसके अलावा कंसलटेंट एजेसी को सिर्फ सलाह देने के लिए 600 करोड़ का भुगतान कर दिया गया। इंदौर मेट्रो का ठेका भी दिलीप बिल्डकॉन को दिया, मतलब समझ सकते हैं कि भ्रष्टाचार हुआ या नहीं।
सुनियोजित तरीके से बेरोजगारी का प्रतिशत कम कर रही प्रदेश सरकार -
मप्र विधानसभा में मंगलवार को बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक डॉ विजयलक्ष्मी साधौ ने प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या बढ़ने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनाव से पहले देश में 2 करोड़ 10 लाख नौकरियों व मप्र में 2 लाख नौकरियां हर साल देने लालच युवाओं को दिया। लेकिन आज स्थिति यह है कि महिलाओं व युवाओं को नौकरी मांगने पर लाठी व डंडे से खदेड़ा जा रहा। प्रदेश में 33 लाख बेरोजगारों का पंजीयन है। बेरोजगारी की दर 5.8 प्रतिशत है। सरकार ने बेरोजगारों को भी तीन कैटेगरी में बांट दिया है। 1. जो पूरी तरह से बेरोजगार हैं। 2. जो कहीं किसी की नौकरी कर रहे हैं। 3. जो खुद का काम कर रहे हैं। इस तरह से सरकार ने सुनियोजित तरीके से बेरोजगारी की दर कम करने का काम किया जा रहा है। सरकार छुट्टे जानवरों से रोजगार उपलब्ध कराने की कोशिश कर रही है।