Gram Panchayat's Seminar : भोपाल जिले की ग्राम पंचायतों में महासंगोष्ठी का हुआ आयोजन , गृहमंत्री शाह भी हुए शामिल
केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्राथमिक कृषि ऋण सोसायटी (पीएसीएस) के सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) सेवाओं के शुभारंभ के लिए राष्ट्रीय महासंगोष्ठी का उद्घाटन किया। इस दौरान भोपाल क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायत पर सीएससी के माध्यम से महासंगोष्ठी का सीधा प्रसारण किया गया।;
नई दिल्ली । केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्राथमिक कृषि ऋण सोसायटी (पीएसीएस) के सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) सेवाओं के शुभारंभ के लिए राष्ट्रीय महासंगोष्ठी (Gram Panchayat's Seminar) का उद्घाटन किया। इस दौरान भोपाल क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायत पर सीएससी के माध्यम से महासंगोष्ठी का सीधा प्रसारण किया गया।
शाह बोले नौकरियाँ, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को लाभ होगा
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केवल दो महीनों में 17,176 पैक्स सीएससी स्थापित किए गए हैं, जिनमें से 6,000 से अधिक ने व्यापार शुरू कर दिया है। प्रत्येक पैक्स को अब अपने केंद्र में 1-2 युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी प्रदान करने होंगे, जिसका अर्थ है कि इस साझेदारी से रोजगार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था दोनों को लाभ होगा।
सीएससी और सहकारिता मंत्रालय भ्रष्टाचार को खत्म करने और आम लोगों को सशक्त बनाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल को लागू करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले नौ वर्षों में भारत में इंटरनेट का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या में 250% की वृद्धि हुई है।
कृषि एवं ग्रामीण विकास में सहयोग ही सभी को समृद्ध बना सकता है। सहकारिता आंदोलन इन पूंजीहीन लोगों को समृद्ध बनाने का एक महत्वपूर्ण साधन हो सकता है। शाह ने कहा, पैक्स की ताकत से किसान मजबूत होंगे।
उन्होंने कहा, ''उन्हें मजबूत करने का मतलब राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है।'' सहकारिता के माध्यम से कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य पालन को मजबूत करने से सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि के साथ रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। मोदी सरकार ने सहकारिता के क्षेत्र में बहुत काम किया है
यह है पैक्स का काम
पैक्स ग्राम स्तर की सहकारी ऋण समितियां हैं, जो राज्य सहकारी बैंकों की अध्यक्षता वाली त्रि-स्तरीय सहकारी ऋण संरचना में अंतिम कड़ी के रूप में काम करती हैं। पैक्स, विभिन्न कृषि और कृषि गतिविधियों के लिए किसानों को अल्पकालिक एवं मध्यम अवधि के कृषि ऋण प्रदान करते हैं। पैक्स सहकारिता की रीढ़ हैं और इनके जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में सीएससी सेवाओं की डिलीवरी से लेकर रोजगार के अवसरों में वृद्धि हो रही है।