वनकर्मियों पर बिफरे हेड कांस्टेबल, FIR की दे डाली धमकी
मुरैना में वनकर्मी जब खनिजों के अवैध परिवहन के खिलाफ कार्रवाई करने के बाद पुलिस थाने पहुंचे तो हालात कुछ ऐसे बन गये कि पुलिसकर्मियों ने गाड़ियों को रखने से इंकार कर दिया वहीं वनकर्मियों के खिलाफ एफआईआर करने की धमकी भी दे डाली। पढ़िए पूरी खबर-;
मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना में एक पुलिस आरक्षक की दबंगई द्वारा वन विभाग के कर्मचरियों के साथ बदसलूकी करने का मामला सामने आया है। पुलिस आरक्षक ने वन विभाग के एसडीओ के सामने वन कर्मचारियों को भी धमकी दे डाली। दरअसल वन विभाग अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त कर कार्रवाई के लिए पुलिस स्टेशन ले आया, लेकिन थाने के आरक्षक हेड कांस्टेबल ने ट्रैक्टर ट्रॉली को रखने से इंकार कर दिया। यही नहीं बल्कि वन विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ ही एफआईआर करने की धमकी भी दे डाली।
मामला मुरैना के सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक आज बुधवार की सुबह करीब चार बजे चम्बल अभ्यारण की एसडीओ श्रध्दा पांढरे अपनी टीम के साथ गश्ती पर जा रही थी। इस दौरान सैयद नहर के पास अवैध पत्थरों से भरे हुए ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़ने की कोशिश की तो ट्रैक्टर ट्रॉली चालक ट्रॉली को पलटकर भागने लगा तभी पीछा कर आरोपी राहुल गुर्जर को पकड़ लिया और ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त कर सिविल लाइन में सुपुर्द कर दिया। इसके बाद दिमनी थाना क्षेत्र में रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़ने की कोशिश की तो ट्रैक्टर ट्रॉली को बीच रास्ते में पलटकर चालक ने तुरंत दौड़ लगा दी और मौके से फरार हो गया। दोनों ट्रैक्टर ट्रॉली की कीमत करीब 24 लाख रुपए बताई जा रही है।
वन विभाग के कर्मचारियों ने अवैध रेत का परिवहन करते हुए ट्रैक्टर ट्रॉली पर कार्रवाई करते हुए उसे जब्त कर लिया। इसके बाद वे आगे की कार्रवाई के लिए बरामद किये गये ट्रैक्टर ट्रॉली को लेकर सिविल लाइन थाने पहुंच गये। इस दौरान सिविल लाइन थाने में पदस्थ हेड कांस्टेबल ने थाने में जगह नहीं होने के हवाला देते हुए ट्रैक्टर ट्रॉली को रखने से इंकार कर दिया और उसे तत्काल वहां से हटाने की बात कहने लगे। इस पर वन विभाग के कर्मचारियों ने कहा कि ट्रैक्टर की हालत इतनी अच्छी नहीं है कि इसे कहीं और ले जाया जा सके बड़ी मुश्किल से इसे हम यहां तक लेकर आये हैं। इस पर हेड कांस्टेबल ने कहा हमें नहीं मालूम बस आप यहां से ये गाड़ी हटा लीजिये और ऐसा नहीं करने पर उन्होंने वन विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर करने की धमकी भी दे डाली।
इस संबंध में एसडीओ श्रध्दा पांढरे का कहना है कि- 'थाना प्रभारी ने पर्याप्त जगह नहीं होने का हवाला देते हुए गाड़ियों को रखने से इंकार कर रहे हैं। इस ट्रैक्टर की स्थिति बहुत ज्यादा खराब है, इसके बावजूद हम बड़ी मशक्कत के बाद इसे लेकर यहां पहुंचे हैं लेकिन पुलिस सहयोग करने को तैयार नहीं है। वहीं पुलिसकर्मी हमारे स्टाफ के लोगों पर एफआईआर करने की बात कह रहे हैं। इस मामले में डीएफओ को सूचित किया गया है अब वरिश अधिकारीयों को इनके खिलाफ लिखित प्रतिवेदन देंगे। ताकि इन पर उचित कार्रवाई हो सके।