सतना में पूर्व मंत्री बागरी का परिवार हुआ बागी, जोबट में कलावती भूरिया के भतीजे ने भी खम ठोका, मनाने की कोशिशें

मप्र में चार सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा के बाद अब कांग्रेस व भाजपा के बागी नेता भी मैदान में आ गए हैं। एक तरफ जहां सतना जिले की रैगांव सीट पर पूर्व विधायक स्व. जुगल किशोर बागरी के बेटे पुष्पराज और छोटे बेटे देवराज की पत्नी वंदना पार्टी उम्मीवार के खिलाफ चुनाव मैदान में आ गए हैं, तो वहीं जोबट सीट पर कांग्रेस खेमे के बागी उम्मीदवार मैदान में आ गए हैं।;

Update: 2021-10-08 14:59 GMT

भोपाल। प्रदेश में चार सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा के बाद अब कांग्रेस व भाजपा के बागी नेता भी मैदान में आ गए हैं। एक तरफ जहां सतना जिले की रैगांव सीट पर पूर्व विधायक स्व. जुगल किशोर बागरी के बेटे पुष्पराज और छोटे बेटे देवराज की पत्नी वंदना पार्टी उम्मीवार के खिलाफ चुनाव मैदान में आ गए हैं, तो वहीं जोबट सीट पर कांग्रेस खेमे के बागी उम्मीदवार मैदान में आ गए हैं। शुक्रवार को रैगांव पहुंचे मुख्यमंत्री चौहान व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने बागी तेवर अपना चुके पुष्पराज बागरी से चर्चा की, हालांकि अभी तक यह तय नहीं है कि पुष्पराज फार्म वापस लेंगे या चुनाव लड़ेंगे। शुक्रवार को मुख्यमंत्री चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की मौजूदगी में भाजपा के उम्मीदवार पृथ्वीपुर से डॉ. शिशुपाल सिंह यादव ने नामांकन दाखिल किया। जबकि, कार्यक्रम में विलंब होने के चलते रैगांव में सीएम व प्रदेश अध्यक्ष के पहुंचने के पहले ही प्रतिमा बागरी ने नामांकन जमा कर दिया। बाद में सीएम व प्रदेश अध्यक्ष ने प्रतिमा बागरी के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया।

बागरी परिवार में ही अंतर्विरोध

सतना जिले की रैगांव सीट से विधायक रहे और पूर्व में मंत्री रह चुके जुगल किशाेर बागरी के निधन के बाद चुनाव हो रहे हैं। इस सीट से स्व. जुगल किशोर के बेटे पुष्पराज और दूसरे बेटे देवराज की पत्नी वंदना बागरी टिकट मांग रहीं थीं, लेकिन पार्टी ने टिकट दिया जुगल किशोर के भाई की पौत्री प्रतिमा बागरी को। परिवार की बेटी होने के बावजूद बागरी परिवार में ही अंतर्विरोध शुरू हो गया है। पार्टी ने टिकट के मामले में परिवारवाद के खिलाफ जाने की जानकारी रायशुमारी के दौरान स्थानीय नेताओं तक को नहीं दी थी। इससे बचने के लिए टिकट घोषित होने के एक दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बयान देकर संकेत दिए थे। भाजपा ने रैगांव सीट के लिए उम्मीदवार को लेकर सर्वे भी कराया था। इसमें स्थानीय नेता स्व. जुगल किशोर बागरी परिवार में से किसी को टिकट देने के पक्ष में नहीं थे। ऐसे में पार्टी ने पुष्पराज व देवराज को दरकिनार तो किया, लेकिन टिकट बागरी परिवार में ही जुगल किशोर के भाई की पौत्री को दी। ऐसे में टिकट बागरी परिवार में ही रही। इसके बावजूद पुष्पराज व देवराज विरोध पर उतारु हो गए हैं। पुष्पराज बागरी ने पहले ही संकेत देते हुए कहा था- यदि टिकट नहीं मिला, तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। पिता की फोटो हाथ में लेकर वोट मांगेंगे। खंडवा में टिकट घोषित होने के बाद कोविड की आशंका जताकर वे ज्ञानेश्वर के नामांकन दाखिले में स्व. नंदकुमार सिंह के बेटे हर्ष सिंह शामिल नहीं हुए।

कलावती भूरिया के भतीजे ने बढ़ाई कांग्रेस की टेंशन

कांग्रेस में भी दावेदारों ने टिकट नहीं मिलने पर बगावती तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। आलीराजपुर जिले की जोबट विधानसभा सीट से कांग्रेस नेत्री व विधायक रहीं कलावती के निधन के बाद उपचुनाव हो रहे हैं। यहां, कलावती के भतीजे दीपक भूरिया ने निर्दलीय पर्चा भर दिया है। इस सीट पर भाजपा से सुलोचना रावत और कांग्रेस से महेश पटेल मैदान में हैं। शुक्रवार को समर्थकों के साथ आतिशबाजी करते हुए दीपक भूरिया अपना नामांकन फॉर्म भरने पहुंचे। दीपक भूरिया ने कहा कि स्व. कलावती भूरिया के सम्मान में चुनाव लड़ूंगा, उन्हें सांत्वना वोटों की आस है।

भाजपा प्रत्याशियों ने दाखिल किए नामांकन

शुक्रवार को नामांकन जमा होने के आखिरी दिन पृथ्वीपुर में भाजपा प्रत्याशी डॉ. शिशुपाल सिंह यादव ने मुख्यमंत्री चौहान व प्रदेश अध्यक्ष शर्मा की मौजूदगी में नामांकन दाखिल किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह व प्रदेश अध्यक्ष शर्मा को रैगांव सीट पर भाजपा प्रत्याशी प्रतिमा बागरी के नामांकन जमा करने के दौरान भी मौजूद रहना था, लेकिन विलंब के चलते प्रतिमा ने दोनों नेताओं के आने से पहले ही अपना नामांकन फार्म जमा कर दिया। इस दौरान सांसद गणेश सिंह, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष योगेश ताम्रकार, मप्र सरकार के मंत्री ब्रजेंद्र प्रताप सिंह, बिसाहूलाल सिंह व मीना सिंह मौजूद रहीं। उधर, जोबट सीट से भाजपा प्रत्याशी सुलोचना रावत ने भी अपना नामांकन पत्र जमा किया। इस दौरान पार्टी के स्थानीय नेता मौजूद थे।

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