महाकाल मंदिर की आय हुई तिगुनी, प्रतिमाह 2 करोड़ से 5 करोड़ की हो रही कमाई, खर्च भी हुआ दोगुना
महाकाल मंदिर समिति की आए पहले 2 गुना थी। जो अब बढ़कर 3 गुना हो चुकी है। हाल ही में मिली जानकरी के अनुसार मंदिर समिति को करीब 27.77 करोड़ की रिकॉर्ड आय सिर्फ दो महीने में हो चुकी है। इसमें गर्भगृह दर्शन, शीघ्र दर्शन, भस्म आरती अनुमति समेत दान पेटी से मिला दान शामिल है।;
उज्जैन : उज्जैन के महादेव देश ही नहीं बल्कि विदेश मे भी प्रसिद्ध है। जिनके दर्शन के लिए हर दिन लाखों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचते है और दिल खोलकर दान करते है। जिसकी वजह से अब महकाल मंदिर की आय दोगुना हो गई है। बता दें कि पहले मदिर समिति की आए पहले 2 गुना थी। जो अब बढ़कर 3 गुना हो चुकी है। हाल ही में मिली जानकरी के अनुसार मंदिर समिति को करीब 27.77 करोड़ की रिकॉर्ड आय सिर्फ दो महीने में हो चुकी है। इसमें गर्भगृह दर्शन, शीघ्र दर्शन, भस्म आरती अनुमति समेत दान पेटी से मिला दान शामिल है।
दो महीने में 27.77 करोड़ दान
महाकाल लोक बनाने के बाद से मंदिर में भक्तों की भीड़ बढ़ते ही जा रही है। बता दे कि पहले मंदिर की आय कम थी तो खर्चा भी कम था। लेकिन अब आय बढ़ी तो खर्च भी बढ़कर दोगुना हो गया है।'महाकाल' में दो महीने में 27.77 करोड़ दान हुए है। तो वही आय भी बढ़कर 5 करोड़ प्रतिमाह हो गई है। ऑनलाइन दर्शन और बुकिंग के जरिये भी मंदिर समेत ताबड़तोड़ कमाई कर रही है।
2022 में 3.20 करोड़ थी मंदिर समिति कमाई
अप्रैल 2023 में मंदिर समिति को गर्भगृह में प्रवेश, शीघ्र दर्शन टिकट और भस्म आरती अनुमति शुल्क से 14.26 करोड़ की आय हुई थी, जबकि बीते वर्ष अप्रैल 2022 में 3.20 करोड़ रुपए मंदिर समिति को मिले थे। महाकाल लोक से पहले मंदिर का खर्च प्रति माह करीब ढाई करोड़ था, जो बढ़कर 5 करोड़ से ऊपर हो गया है। रोजाना करीब 12 हजार श्रद्धालु गर्भगृह में प्रवेश करते हैं।
इन पर्वो में होता है सबसे ज्यादा खर्च
इसके अलावा, महाशिवरात्रि पर्व,सावन माह, नागपंचमी सहित अन्य पर्व पर मंदिर की सबसे ज्यादा राशि खर्च होती है। मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि महाकाल लोक के बनने से पहले मंदिर की आय कम थी लेकिन अब आय बढ़ी तो खर्चे भी दोगुने हो गए। पहले मंदिर का खर्च प्रति माह 2.5 करोड़ था जो बढ़कर 5 से 6 करोड़ के बीच हो गया है।