Independence Day Special: एक बार भोपाल आए थे, महात्मा गांधी, नबाव ने बदल डाला था पूरा शहर!
भारत देश को आजाद हुए आज 77 साल हो गए है। देशभर में आज स्वतंत्रता दिवस बड़े धूमधाम से हर साल की तरह मनाया जा रहा है। इस मौके पर खासतौर पर स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया जाता है, उनकी गाथा सुनी और सुनाई जाती है।;
Mahatma Gandhi In Bhopal : भारत देश को आजाद हुए आज 77 साल हो गए है। देशभर में आज स्वतंत्रता दिवस बड़े धूमधाम से हर साल की तरह मनाया जा रहा है। इस मौके पर खासतौर पर स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया जाता है, उनकी गाथा सुनी और सुनाई जाती है। स्वतंत्रता सेनानियों में सबसे पहले महात्मा गांधी का नाम सबसे पहले आता है। क्या आपको पता है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एक बार राजधानी भोपाल आए थे,
जी हां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एक बार मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल आए थे। वह 11 सितंबर 1929 में भोपाल की यात्रा पर आए थे। उन्हें भोपाल के नवाब हमीदुल्ला खान ने आमंत्रण भेजा था। भोपाल में महात्मा गांधी ने कई संगठनों के साथ बैठक कर कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था। अपनी यात्रा के दौरान महात्मा गांधी नवाब के निवास राहत मंजिल में रुके थे। महात्मा गांधी के भोपाल आने से पहले भोपाल के नवाब ने हर चीज को सफेद रंग में यानि खाकी में बदलने का फरमान जारी किया था। नवाब के आदेश के बाद हर चीज़ खादी के रूप में कर दी गई थी। यहां तक की लोगों ने हाथ से बुने हुए कपड़े तक पहन रखे थे।
इतिहासकार सिकंदर मलिक के अनुसार महात्मा गांधी को भारत देश के स्वतंत्रता की संभावना और आने वाले वक्त पर बातचीत करने के लिए आमंत्रित किया गया था। इसके लिए बेनज़ीर मैदान में एक बड़ी बैठक बुलाई गई थी। बैठक को संबोधित करते हुए महात्मा गांधी ने बताया था कि भोपाल में कैसे राम राज्य आएगा।
इतिहासकार मलिक के अनुसार महात्मा गांधी उस दौर में आए थे जब गांधी जी भारत की आजादी के लिए सक्रिय थे, वह भारत छोड़ो आंदोलन की जंग शुरू करने वाले थे। गांधी ने भोपाल नवाब के साथ भारत की आजादी के लिए कई विषयों पर चर्चा की। इसके बाद गांधी जी दूसरी बार 1933 में भोपाल आए थे। उस समय जिस ट्रेन से गांधी जी भोपाल से गुजर रहे थे तो वह ट्रेन भोपाल रूकी थी। इस दौरान उनका जोरदार स्वागत हुआ था।