कान्हा नेशनल पार्क में मिला घायल बाघ, रेस्क्यू के बाद भी नहीं बचाई जा सकीं जान
मध्यप्रदेश के मंडला जिले के कान्हा नेशनल पार्क में रविवार को कोहका गांव के पास बाघ तालाब के पास घायल हालत में दिखाई दिया। जिसके बाद कान्हा टाईगर रिजर्व मंडला से डॉक्टर की टीम रेस्क्यू टीम बाघ को हॉस्पिटल ले गए, जहां बाघ की मौत हो गई।;
मंडला। मध्यप्रदेश के मंडला जिले के कान्हा नेशनल पार्क में रविवार को कोहका गांव के पास बाघ तालाब के पास घायल हालत में दिखाई दिया। जिसके बाद कान्हा टाईगर रिजर्व मंडला से डॉक्टर की टीम रेस्क्यू टीम बाघ को हॉस्पिटल ले गए, जहां बाघ की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बाघ काफी बूढ़ा हो चुका था और चलने में असमर्थ दिखाई दे रहा था साथ ही शरीर पर चोट के भी निशान दिखाई दे रहे थे।बाघ का नाम टी-30 उमरपानी बताया गया है, जो कान्हा से बाफर जोन होते हुए सामान्य क्षेत्र में आ गया था।
काफी उम्रदराज था बाघ
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के फील्ड डायरेक्टर एसके सिंह ने बताया कि बाघ काफी उम्रदराज था,जिसकी उम्र करीब 13 से 14 साल है। जिस वजह से चलने में उसे दिक्कत हो रही थी। उसके शरीर पर कई चोट के निशान भी आ गए थे। बाघ का रेस्क्यू करने टीम दोपहर दो बजे प्रयास कर रही थी,लेकिन वह नाले से बाहर निकल पाने की स्थिति में नहीं था।अगर बाघ को पानी में ही बेहोश करने का प्रयास किया गया होता तो उसकी मृत्यु हो सकती थी।इसलिए टीम उसके बाहर निकलने का इंतजार कर रही है।शाम साढ़े सात बजे बाघ की मौत हो गई।बताया गया है कि बाघ पोस्टमार्टम सोमवार को कर उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।