प्रसूता को जंगल में छोड़ लौटी जननी एक्सप्रेस, घर पहुंचने से पहले नवजात ने तोड़ा दम

स्वास्थ विभाग बड़ी लापरवाही, एक दिन की मासूम की गई जान। पढ़िए पूरी खबर-;

Update: 2020-10-06 17:53 GMT

शिवपुरी। जिले में स्वास्थ विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। मानवता को शर्मसार करने वाला एक और मामला सामने आया, जहां प्रसूता को घर छोड़ने गई जननी एक्सप्रेस उसे घर से दो किलोमीटर दूर जंगल में छोड़कर वापिस आ गई, जिसके बाद लाचार प्रसूता को घर तक का सफर पैदल ही पूरा करना पड़ा। घर तक पैदल सफर करने के दौरान उसकी नवजात बच्ची की मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार जिले के कोलारस तहसील की फूलबाई पत्नी सुआलाल अदिवासी निवासी ग्राम ऊदली को प्राथमिक अस्पताल लुकवासा प्रसव के लिए भर्ती कराया था। चार अक्टूबर को महिला ने सामान्य प्रसव से नवजात बच्ची को जन्म दिया। डिलीवरी के 12 घंटे बाद सुआलाल ने अस्पताल की नर्स से बातचीत कर छुट्टी करने की बात कही। जच्चा-बच्चा स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी। जबकि शासन के नियमानुसार किसी भी नॉर्मल प्रसूता को तीन दिन से पहले अस्पताल से छुट्टी नहीं दी जा सकती। लेकिन डॉक्टरों की इस गलती के चलते एक नवजात की जान चली गई, जिसकी जिम्मेदारी अभी तक किसी ने तय नहीं की है।

घर जाने के लिए डायल 108 पर कॉल करके जननी एक्सप्रेस बुलवा ली। लेकिन जननी एक्सप्रेस का चालक ऊदली गांव से 2 किमी पहले ही जंगल में बीच रास्ते पर उतारकर चला गया। प्रसूता अपनी नवजात बच्ची को लेकर 2 किमी पैदल चलकर गांव पहुंची। बच्ची के शरीर में हलचल नहीं होने पर वापस लुकवासा अस्पताल पहुंची, यहां डॉक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। 

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