तीन सीटों में हार पर मंथन के लिए कमलनाथ ने 9 को बुलाई बैठक, 10 को रैगांव जाएंगे
पार्टी की गढ़ माने जाने वाली पृथ्वीपुर एवं जोबट में पराजय ने कांग्रेस नेतृत्व को हिला कर रख दिया है। पार्टी ने भाजपा के कब्जे वाली रैगांव जीती है लेकिन इससे भरपाई नहीं हुई। इस पराजय से कमलनाथ के नेतृत्व पर फिर सवाल उठने लगे हैं। खंडवा लोकसभा सीट में भी कांग्रेस को पराजय का सामना करना पड़ा है। इसके लिए अरुण यादव पर आरोप लग रहे हैं। अब 9 नवंबर को हार की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई गई है। कमलनाथ अगले दिन रैगांव जाकर कांग्रेस को जिताने के लिए मतदाताओं के प्रति आभार व्यक्त करेंगे।;
भोपाल। कांग्रेस की गढ़ माने जाने वाली पृथ्वीपुर एवं जोबट विधानसभा क्षेत्र में पराजय ने पार्टी नेतृत्व को हिला कर रख दिया है। पार्टी ने भाजपा के कब्जे वाली रैगांव जीती है लेकिन इससे भरपाई नहीं हुई। इस पराजय से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के नेतृत्व पर फिर सवाल उठने लगे हैं। खंडवा लोकसभा सीट में भी कांग्रेस को पराजय का सामना करना पड़ा है। अब 9 नवंबर को तीनों सीटों में हार की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई गई है। कमलनाथ अगले दिन 10 नवंबर को रैगांव जाकर कांग्रेस को जिताने के लिए मतदाताओं के प्रति आभार व्यक्त करेंगे।
प्रभारियों व अन्य नेताओं को बुलाया
9 नवंबर की मंथन बैठक में पृथ्वीपुर, जोबट और खंडवा लोकसभा क्षेत्र के प्रभारियों के साथ उन नेताओं को बुलाया गया है जिन्हें उप चुनाव के दौरान दायित्व सौंपे गए थे। इन जिलों के अध्यक्षों एवं सबंधित ब्लाक अध्यक्षों सहित क्षेत्र के प्रमुख नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है। उप चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी तो मौजूद रहेंगे ही। कमलनाथ द्वारा बुलाई गई इस बैठक में यह खोजने की कोशिश होगी कि पार्टी की हार आखिर हुई क्यों और कैसे?
कुछ पर अनुशासनात्मक कार्रवाई संभव
मंथन बैठक के बाद पार्टी प्रत्याशियों एवं प्रभारियों की रिपोर्ट पर पार्टी के कुछ नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी हो सकती है। हालांकि इसकी शुरुआत खंडवा से पहले ही हो चुकी है। यहां अरुण यादव से जुड़े एक नेता पर कार्रवाई हुई है। कमलनाथ के विराेध के कारण ही अरुण ने अपनी दावेदारी खंडवा से वापस ली थी। कमलनाथ ने अपने इंटरव्यू में कहा था कि अरुण कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। अब हार के लिए अरुण को ही निशाने पर लिया जा रहा है। कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह ने खुले आम अरुण पर आरोप लगाए हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने घोषणा की है कि 2024 में भी लोकसभा का चुनाव कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर वे ही लड़ेंगे।