mp news: सिख दंगों में शामिल होने के आरोप पर कमलनाथ ने दी यह सफाई, वीडी शर्मा को काले कारनामे करने वाला कहा...देखें वीडियो
प्रदेश के अनूपपुर जिले में दौरे पर पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सिख दंगों में उनके शामिल होने के आरोप पर सफाई दी। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 1984 में दंगे हुए थे लेकिन आज तक उनके खिलाफ कोई एफआईआर नहीं है। भाजपा शासनकाल में जो जांच आयोग बना था उसे भी मेरे खिलाफ कुछ नहीं मिला। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा अपने काले कारनामों पर पर्दा डालने के लिए अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।;
भोपाल। प्रदेश के अनूपपुर (Anuppur) जिले में दौरे पर पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Kmalnath) ने सिख दंगों (Sikh riots) में उनके शामिल होने के आरोप पर सफाई दी। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 1984 में दंगे हुए थे लेकिन आज तक उनके खिलाफ कोई एफआईआर नहीं है। भाजपा शासनकाल में जो जांच आयोग बना था उसे भी मेरे खिलाफ कुछ नहीं मिला। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा (VD Sharma) अपने काले कारनामों पर पर्दा डालने के लिए अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे 45 साल के राजनीतिक जीवन में आज तक किसी ने मेरे ऊपर उंगली नहीं उठाई।
बताया किन्हें कहता था चलो चलो
कमलनाथ ने कहा कि मेरे मुख्यमंत्रित्व काल में जो भी नेतागण मुझसे प्रदेश के विकास और प्रगति की बातें करने आते थे, मैं उन्हें सम्मान पूर्वक समय देता था। परंतु कुछ लोग ऐसे भी थे जो केवल ट्रांसफर ,पोस्टिंग एक्साइज ऑफीसर , ट्रांसपोर्ट ऑफिसर की पोस्टिंग इत्यादि के लिए आया करते थे, तो जरूर में उन्हें "चलो चलो" कहता था। उन्होंने कहा कि आगे भी मध्य प्रदेश के विकास के अलावा जो भी समय व्यर्थ करने के लिए मेरे पास आएगा, उसे ऐसा ही कहूंगा।
मैें सौदे की राजनीति नहीं करूंगा
कमलनाथ ने कहा कि हमारी सरकार वोटों से बनी हुई सरकार थी। नोटों के बलबूते पर हमारी सरकार को गिराया गया। मैं मुख्यमंत्री था मुझे भी बहुत सी जानकारियां थी परंतु मैंने स्पष्ट रूप से कहा था आज भी कहता हूं कि मैं सौदे की राजनीति नहीं करूंगा।
धर्म आचार-विचार का विषय
कमलनाथ ने कहा कि मेरी दृष्टि में धर्म आचार् का विषय है धर्म विचार का विषय है परंतु भारतीय जनता पार्टी ने धर्म को प्रचार का विषय बना कर रख दिया है, पूरा प्रदेश पहले से जानता है कि भगवान बजरंगबली में मेरी आस्था है, मुझे इस बात को प्रचारित करने की आवश्यकता नहीं।