कमलनाथ ने कहा- मध्यप्रदेश विधानसभा स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि सदन में जिस तरह से विधायक जीतू पटवारी के खिलाफ कार्यवाही की गई है, इससे हमें मौजूदा विधानसभाध्यक्ष पर भरोसा नहीं रहा। हम शुक्रवार को सदन में स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगें। उन्होंने कहा कि विधानसभा इसलिए बनाई गई है,कि हम अपनी बात रख सकें। विधानसभा में हमारे साथियों ने आज कई मुद्दे उठाए, कोई ऐसा मुद्दा नहीं था, जिसका सबूत नहीं हो।;
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि सदन में जिस तरह से विधायक जीतू पटवारी के खिलाफ कार्यवाही की गई है, इससे हमें मौजूदा विधानसभाध्यक्ष पर भरोसा नहीं रहा। हम शुक्रवार को सदन में स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगें। उन्होंने कहा कि विधानसभा इसलिए बनाई गई है,कि हम अपनी बात रख सकें। विधानसभा में हमारे साथियों ने आज कई मुद्दे उठाए, कोई ऐसा मुद्दा नहीं था, जिसका सबूत नहीं हो।
चर्चा से भागने लगती है सरकार
अपने निवास पर कांग्रेस विधायकों की बैठक के उपरांत पत्रकारों से चर्चा करते हुए कमलनाथ ने कहा कि जब भी हम सदन में चर्चा कराने की बात करते हैं, भ्रष्टाचार से जुड़े प्रश्न पूछते हैं, तो सरकार चर्चा से भागने लगती है। सवाल केवल जीतू पटवारी का नहीं, बल्कि संसदीय मर्यादा का है। जीतू पटवारी का निलंबन पहले से तय था। यह साजिश के तहत हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 24 हजार करोड रूपए का ब्याज प्रति साल दिया जा रहा है। सब मुद्दों पर जवाब देने की जगह यह पहले से तय करके आए थे कि सदन नही चलने देंगे। इनकी योजना है की सदन नहीं चले। विधानसभा से एक सदस्य का निलंबन करना, गला घोटना है।
विधायकों ने कहा- मुखर होकर देंगे जवाब
विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विधायक जीतू पटवारी को निलम्बित करने को कांग्रेस ने सरकार की तानाशाही बताई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निवास पर पार्टी विधायकों की बैठक में विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का निर्णय लिया गया। बैठक में विधायकों ने कहा कि सदन में सत्ता पक्ष की हर गलत नीतियों का मुखर हो कर जवाब दिया जाएगा। बैठक को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि यह अलोकतांत्रिक कदम है। विधानसभा अध्यक्ष को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एकतरफा कार्रवाई विधानसभा की उच्च परंपराओं के अनुकूल नहीं है। वहीं, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि बीजेपी के इशारे पर तानाशाही तरीके से जीतू पटवारी को निलंबित किया गया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि जीतू पटवारी ने कोई गलत काम नहीं किया, वे जनता का मुद्दा उठा रहे थे और उस पर सरकार को घेर रहे थे। जनता के सामने सच्चाई न आ जाये इसलिए पटवारी को निलंबित किया गया जो घोर निंदनीय है। विधायक जीतू पटवारी ने अपने बयान में कहा कि निलंबन करना कोई बडी बात नही, बात यह है की, जिस व्यक्ति ने सचाई और निष्टा की कसम खाई वह सरकार के कहने पर निलंबन का आदेश कर रहा है। सच का सामना यह नहीं कर सकते है। एक तरफा कर्जा लेना और दूसरी तरफ सरकारी संपत्ति बेचना, यह लोग लोकतंत्र के मंदिर को कलंकित कर रहे हैं। इसका खामियाजा इनको भुगतना पड़ेगा।