Satpura Tiger Reserve: सतपड़ा में नन्हे मेहमानों ने दी दस्तक, टाइग्रेस मॉम के पीछे-पीछे शान से जाते तीन शावक का वीडियो वायरल
नर्मदापुरम ; मध्य प्रदेश में जंगल सफारी के गेट खुलने के बाद प्रयटकों की भीड़ लगातार बढ़ती ही जा रही है। आए दिन पर्यटक सतपुड़ा की वादियों का दीदार करने के लिए पहुंच रहे है। इसी कड़ी में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की शोभा बढ़ने के लिए अब तीन नन्हे शावकों ने दस्तक दें दी है। सोशल मीडिया में इन दिनों एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। जिसमे नन्हे शावक अपनी टाइग्रेस मॉम के पीछे-पीछे शान से जाते दिखाई दे रहे है। इस रोमांचित करने वाले नजारे को फॉरेस्ट ऑफिसर धीरज सिंह चौहान ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। इस वीडियो के सामने आने के बाद एक बार सफारी में प्रयटकों की भीड़ बढ़ गई है।
मेरे लिए सतपुड़ा यानी धड़कता हुआ दिल
इसके साथ ही उन्होंने अपने सोशल अकाउंट पर पोस्ट कर सतपुड़ा के पहाड़, कल-कलकर बहती नदियां, वन्यप्राणियों और जंगल को बयां किया। पोस्ट में लिखा, 'मेरे लिए सतपुड़ा यानी धड़कता हुआ दिल। सुबह की गुलाबी ठंड, हल्की झूमती बयार और महीनों पहले देखा गया एक सपना जब आंखों के सामने से चलकर आया, हवा की सर सर और हौले-हौले मां के पीछे बढ़ते यह कदम...। सतपुड़ा के बढ़ते कदम, कहां पहुंचेगा यह कारवां।'
बाघ-बाघिन की संख्या 62 से ज्यादा
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बाघ-बाघिन की संख्या 62 से ज्यादा है। 3 साल पहले की गणना के अनुसार 50 बाघ-बाघिन थे। गणना के नए आंकड़े दो महीने पहले जारी हुए। इसमें बाघ-बाघिन की संख्या 62 पहुंच गई। फॉरेस्ट ऑफिसर धीरज सिंह चौहान एसटीआर के बोरी अभ्यारण डिवीजन में करीब 6 साल एसडीओ रहे है। 7 महीने पहले ही उनका तबादला स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स हुआ। एसटीआर के बोरी, चूरना रेंज की खूबसूरती उन्हें खिंचे चले लाती है।