महाशिवरात्रि महोत्सव: माँ भवानी की मुंह दिखाई की हुई रस्म,दो साल बाद दिखाई महिलाओं को भारी भीड़
आज लगेगा 56 भोग, होगा भंडारे का आयोजन;
भोपाल। कैलाश पर्वत पर आई दुल्हनियां ले लो बलैइयां...मुखड़ा लगे बड़ो प्यारो.. गौरा रानी घूंघट न डारो.... बड़वाले महादेव मंदिर में शनिवार मां पार्वती की मुंह दिखाई की रस्म निभाई गई। इस मौके पर बधाई गीत गाते हुए महिलाओं ने दुल्हन स्वरूपा मां भगवती की बलैइयां ली एवं जमकर नृत्य किया। बुलउआ होने के बाद सभी श्रध्दालुओं महिलाओं को बंदू बताशा एवं सुहाग की सामग्री आदि वितरण समिति की ओर से किया गया। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दो साल से इस आयोजन को सोशल डिस्टेंश व कोरोना गाइड के तहत होने से समिति संख्या में ही महिला आ सकी थी। लेकिन इस साल बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची। वहीं रविवार को रात 8.00 बजे भगवान बटेश्वर एवं माताजी का श्रृृंगार कर छप्पन भोग अर्पित किया जाएगा। इसके बाद 56 भोग लगेगा। साथ ही भंडारे का आयोजन किया जाएगा। मन्दिर समिति के संयोजक संजय अग्रवाल और प्रमोद नेमा ने बताया कि आज मन्दिर परिसर में माताजी के विवाह के बाद मुंह दिखाई और बुलऊआ की रस्म की गई। इसमें महिलाओं ने मंगल गीत गाए और माताजी की बलैंया लेकर संगीत की स्वरलहरियों के साथ भक्ति नृत्य किया । इसके बाद बताशा एवं बूंदी का प्रसाद बांटा गया । रविवार को बटेश्वर एवं माँ पार्वती को दूल्हा-दुल्हन के रूप में श्रृंगार किया जाएगा। इसके बाद महाआरती एवं छप्पन भोग लगाया जाएगा । मन्दिर समिति के प्रकाश मालवीय ने बताया कि इस मौके पर गौरा के पिहर से मां भवानी मंदिर समिति के सभी सदस्य अध्यक्ष रमेश सैनी की अगुवाई में चढ़ावा लेकर आएंगे।