मंदसौर : सीएमओ गिरफ्तार, 7500 रुपए भुगतान के लिए 5000 की रिश्वत, किसान की शिकायत पर लोकायुक्त की कार्रवाई
मध्यप्रदेश में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक सीएमओ ने किसान को 7500 रुपए बकाया भुगतान के लिए 5000 रुपए की रिश्वत मांगी थी। किसान ने सीएमओ को रिश्वत देने पर हामी तो भर दी, लेकिन दूसरी तरफ लोकायुक्त तक सीएमओ की शिकायत भी पहुंचा दी। लिहाजा, सीएमओ साहब धरा गए। पढ़िए पूरी खबर-;
भोपाल। उज्जैन की लोकायुक्त टीम ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद नगरी जिला मंदसौर शोभाराम परमार को 5 हजार रूपए की रिश्वत लेते शुक्रवार को गिरफ्तार किया है।
उज्जैन के लोकायुक्त एसपी एसएस चौहान ने हरिभूमि भोपाल को बताया कि आवेदक कन्हैया लाल धाकड़ पिता पन्ना लाल धाकड़ निवासी ग्राम नगरी तहसील दलोदा मंदसौर ने 15 सितम्बर को लोकायुक्त संगठन उज्जैन में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में उपस्थित होकर शिकायत की थी, जिसमें बताया गया था कि नगर परिषद नगरी जिला मंदसौर द्वारा गर्मी के दिनों में पानी की समस्या होने से विज्ञप्ति जारी कर टेंडर बुलाया गया था। मेरे द्वारा टेंडर भरा गया, जिस पर नगर परिषद नगरी जिला मंदसौर द्वारा मेरे नाम से कार्य आदेश जारी कर मुझे प्रतिदिन मोटर चालू कर पानी सप्लाई करने का पत्र प्राप्त हुआ था।
आवेदक ने बताया कि मेरे द्वारा अपने कुंए से पानी सप्लाई करने के बदले नगर परिषद द्वारा 15000 रुपए प्रति माह के हिसाब से 4 घंटे पानी ट्यूबेल से देने के लिए मुझे भुगतान करने का एग्रीमेंट कराया था। मुझे परिषद द्वारा माह फरवरी से जून तक का पेमेंट 15000 रुपए प्रति माह के हिसाब से कर दिया था। मेरा जुलाई के 15 दिनों का बकाया पेमेंट रुपए 7500 भुगतान करने के लिए मुख्य नगरपालिका अधिकारी नगर परिषद नगरी जिला मंदसौर शोभाराम परमार द्वारा 5000 हज़ार रुपये रिश्वत मांगी गई है। इस पर लोकायुक्त एसपी ने टीम से ट्रैप कार्यवाही प्लान कराई। तब सीएमओ परमार को 5 हजार की रिश्वत लेते उसके किराए के मकान ग्राम नगरी जिला मंदसौर में रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया। टीम में निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव, आरक्षक शिवकुमार शर्मा, आरक्षक विशाल रेशमिया, आरक्षक अनिल अटोलिया व आरक्षक श्याम सुंदर शर्मा शामिल रहे।