BHOPAL; जेल से बाहर आते ही मिर्ची बाबा ने थमा समाजवादी पार्टी दामन, विस चुनाव लड़ने के दिए संकेत, CM के साथ तस्वीर वायरल
इसी कड़ी में कांग्रेस के कट्टर समर्थक मानें जाने वाले मिर्ची बाबा ने जेल से बाहर आने के बाद समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। तो वही दूसरी तरफ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बाबा से मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा करते हुए पार्टी ज्वाइन करने पर उन्हें शुभकामनाएं दी है।;
भोपाल ; मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर जहां राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियां तेज कर दी है। तो वही दूसरी तरफ चुनाव की टिकट मिलने को लेकर बीजेपी और कांग्रेस सहित अन्य पार्टी के कार्यकर्ता आलाकमान से टिकट मिलने की आस लगाए बैठे है। इसी कड़ी में कांग्रेस के कट्टर समर्थक मानें जाने वाले मिर्ची बाबा ने जेल से बाहर आने के बाद समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। तो वही दूसरी तरफ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बाबा से मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा करते हुए पार्टी ज्वाइन करने पर उन्हें शुभकामनाएं दी है।
सपा की शरण में पहुंचे मिर्ची बाबा
बता दें कि मिर्ची बाबा लंबे समय से एक महिला के रेप के मामले में जेल में बंद थे। लेकिन जुर्म साबित नहीं होने के चलते कोर्ट ने उन्हें रिहा कर दिया। इसके साथ कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस के वफादार होने के चलते कांग्रेस उनकी मदद करेगी। लेकिन ऐसा नहीं तो बाबा ने समाजवादी पार्टी की शरण में चले गए। जिसके बाद से मिर्ची बाबा और सीएम अखिलेश यादव की तस्वीर सोशल मिडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
जानें कौन है मिर्ची बाबा
मिर्ची बाबा मध्य प्रदेश के भिंड जिले के बिरखड़ी गांव निवासी अयोध्या प्रसाद के तीसरे नंबर के बेटे हैं। महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा का असली नाम राकेश दुबे है। बता दें कि साल 1997 में राकेश दुबे ऑयल मिल में मजदूरी करते थे। इसके बाद अपनी 4 बीघा जमीन बेचकर ट्रक खरीदा, जिसे चलाने में घाटा हो गया और ट्रक को बेचना पड़ा। इसके बाद राकेश दुबे गुजरात के अहमदाबाद जाकर एक निजी फैक्ट्री में काम करने लगे। अहमदाबाद में ही किसी साधु की संगत में आकर राकेश दुबे ने संन्यास ग्रहण कर लिया और नाम बदलकर वैराग्यनंद गिरी हो गए।