Life skills-based education : जीवन कौशल शिक्षा आधारित 'सक्षम' कार्यक्रम के लिए समझौता ज्ञापन पर किए हस्ताक्षर

जनजातीय कार्य विभाग भोपाल मध्य प्रदेश और मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के बीच प्रदेश के शासकीय आवासीय एवं गैर-आवासीय विद्यालयों में जीवन कौशल शिक्षा आधारित 'सक्षम' कार्यक्रम प्रारंभ करने हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।;

Update: 2023-09-26 06:44 GMT

भोपाल। जनजातीय कार्य विभाग भोपाल मध्य प्रदेश और मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के बीच प्रदेश के शासकीय आवासीय एवं गैर-आवासीय विद्यालयों में जीवन कौशल शिक्षा आधारित 'सक्षम' कार्यक्रम प्रारंभ करने हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। बताया जा रहा है कि यह कार्यक्रम मध्य प्रदेश के शासकीय विद्यालयों के लगभग दस लाख किशोरों को लाइफ स्किल्स प्रदान करेगा। इस साझेदारी के तहत, मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित करेगा। मास्टर ट्रेनर्स राज्य के 9000 शासकीय विद्यालयों के लगभग 18,000 शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे।

मध्य प्रदेश के जनजातीय विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य को आकार देने के लिए एक दूरदर्शी पहल के रूप में जनजातीय कार्य विभाग मध्य प्रदेश ने शिक्षा और कौशल क्षेत्र में अग्रणी संस्था मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के साथ साझेदारी की है। जिसके तहत जनजातीय कार्य विभाग मध्य प्रदेश 89 जनजातीय विकास खंडों में शिक्षा क्षेत्र में तत्परता से काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके साथ ही उनका लक्ष्य प्रदेश के 20 जनजातीय जिलों और 89 विकास खंडों में किशोरों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देना है। साथ ही मास्टर ट्रेनर्स और शासकीय विद्यालयों के शिक्षकों को सशक्त बनाना है, ताकि वे किशोरों को लाइफ स्किल्स प्रदान करने में सक्षम हो सकें।

इन्होंने किए हस्ताक्षर

सम्मानित गणमान्य अधिकारियों की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। जिनमें मध्य प्रदेश सरकार के जनजातीय कार्य विभाग की प्रमुख सचिव व आईएएस डॉ. पल्लवी जैन गोविल, जनजातीय कार्य विभाग के अपर आयुक्त सतेन्द्र सिंह और मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के प्रतिनिधि व ग्लोबल सीईओ जयंत रस्तोगी के नाम शामिल हैं।

इतने स्कूल शामिल

मैजिक बस मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षण प्रदान करेगा, जो इसके पूर्ण होने के बाद 9,000 शासकीय विद्यालयों में लगभग दस लाख किशोरों को लाइफ स्किल्स प्रदान करेंगे। जिसके लिए 18,000 शासकीय शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इन स्कूलों के नामों में सीएम राइज़ स्कूल, मिडिल स्कूल, एकलव्य मॉडल रेसिडेंशियल स्कूल (ईएमआरएस), कन्या शिक्षा परिसर (केएसपी), मॉडल रेसिडेंशियल स्कूल (एमआरएस) छात्रावास और आश्रम सहित विशेष रेसिडेंशियल स्कूल शामिल हैं। ये स्कूल विशेष रूप से कक्षा 6 से 10 तक के किशोरों को लक्षित करते हैं।

यह है समय सीमा

इस साझेदारी की समय सीमा चार साल के लिए तय की गई है। जिसमें शुरुआती चरण में 20 जिलों और 53 विकासखंडो को शामिल किया जाएगा। कार्यक्रम के आगे बढ़ने के साथ अंततः दूसरे वर्ष तक 89 जनजातीय विकासखंडो के समस्त स्कूलों को भी इस पहल के अंतर्गत शामिल कर लिया जाएगा। आपको बता दें इस पहल को मैजिक बस द्वारा इकिडना गिविंग का समर्थन प्राप्त है। जनजातीय कार्य विभाग मध्य प्रदेश शासन का 21 वीं सदी के कौशलों पर आधारित जीवन कौशल शिक्षा प्रदान करने के प्रति अटूट समर्पण भाव बेहद सराहनीय है। यह न सिर्फ छात्रों के विविध स्किल सेट्स पर ध्यान केंद्रित करता है बल्कि उनके भविष्य को भी एक उन्नत दिशा प्रदान करता है।

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