MP : बीजेपी सरकार के 100 दिन पूरे, कांग्रेस ने मनाया काला दिवस
कांग्रेस ने कहा- 100 दिनों में सबसे महंगा पेट्रोल और डीजल प्रदेश में बिक रहा है। पढ़िए पूरी खबर-;
भोपाल। मध्य प्रदेश में 30 जून को कांग्रेस सरकार गिरने के 100 दिन पूरे हो गए। जहां एक ओर भाजपा सरकार द्वारा मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी की जा रही है। वहीं, प्रदेश भर में कांग्रेस इस दिन को काला दिन के रूप में मना रहा है। कांग्रेस ने भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या करके सत्ता हथियाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस सरकार गिरने के 100 दिन पूरे होने पर मंगलवार को कांग्रेस पूरे प्रदेश में काला दिवस मना रहे हैं।
इस दौरान कांग्रेसियों ने काले गुब्बारे दिखा कर विरोध जताया है। कांग्रेस का कहना है कि- 100 दिनों में सबसे महंगा पेट्रोल और डीजल प्रदेश में बिक रहा है। देश में सबसे ज्यादा महंगे बिजली बिल प्रदेश की जनता को भरना पड़ रहे हैं। महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। प्रदेश का विकास ठप पड़ गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का ट्वीट
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया है कि- 'शिवराज जी जब आप विपक्ष में थे तो ग़रीबों के अंतिम संस्कार को लेकर खूब दावे करते थे और कांग्रेस को खूब झूठा कोसते थे। आज आप सत्ता में है। आपकी सरकार की सच्चाई जान ले। सीधी ज़िले में एक आदिवासी परिवार की युवती की मृत्यु होने पर परिवार को मांगने पर ना शव वाहन मिला और ना अंतिम संस्कार के लिये आर्थिक मदद। पैसे नहीं होने पर, मजबूरी में परिवार ने शव को ठेले पर ले जाकर नदी में बहा दिया। कहां गयी आपकी अंतिम संस्कार की योजना ? मानवता को शर्मशार करने वाली इस ह्रदय विदारक घटना पर तत्काल दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो, परिवार की हर संभव मदद हो।
मानवता को शर्मशार करने वाली इस ह्रदय विदारक घटना पर तत्काल दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो , परिवार की हर संभव मदद हो।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 30, 2020
3/3
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट किया है कि- 'भाजपा जल्द अपना मंत्रिमंडल बनाये क्योंकि जनसेवक जनसेवा नहीं कर पा रहे है और ना प्रदेश आ पा रहे है। उनका आगमन भी कई माह से टलता जा रहा है। लगता है उन्होंने क़सम खा रखी है कि डील की सारी शर्तें पूरी होने के बाद ही जनसेवा करेंगे। भले अतिथि विद्वान, किसान, आमजन उन्हें ढूँढते रहे।'
बता दें इसी साल 20 मार्च को कमलनाथ ने विधानसभा में बहुमत साबित करने से पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 23 मार्च को चौथी बार शिवराज सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।