MP Election 2023: मध्य प्रदेश चुनाव में ग्वालियर-चंबल की सियासत पलट सकते हैं ये नेता
मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में कुछ ही महीनों का वक्त बचा हुआ है। ऐसे में प्रदेश के मुख्य दल भाजप-कांग्रेस ने जोर लगाना शुरू कर दिया है। दिल्ली भाजपा के नेता लगातार प्रदेश का दौरा कर रहे हैं, तो वहीं कांग्रेस नेता भी लगातार क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं। दोनों दलों का सबसे ज्यादा फोकस ग्वालियर चंबल इलाके की विधानसभा सीटों पर सबसे ज्यादा है। खास तौर पर कांग्रेस का, क्योंकि साल 2020 में हुए घटनाक्रम के बाद से कांग्रेस सतर्क हो गई है।;
Gwalior Chambal Politics : मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में कुछ ही महीनों का वक्त बचा हुआ हैं। ऐसे में प्रदेश के मुख्य दल भाजप-कांग्रेस ने ऐडी चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है। दिल्ली भाजपा के नेता लगातार प्रदेश का दौरा कर रहे हैं, तो वहीं कांग्रेस नेता भी लगातार क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं। दोनों दलों का सबसे ज्यादा फोकस ग्वालियर चंबल इलाके की विधनासभा सीटों पर सबसे ज्यादा हैं। खास तौर पर कांग्रेस का, क्योंकि साल 2020 में हुए घटनाक्रम के बाद से कांग्रेस सतर्क हो गई है।
कांग्रेस नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में जाने के बाद से कांग्रेस चंबल इलाके की सीटों पर नजरे गढ़ाए बैठी है। हालंाकि साल 2018 में कांग्रेस का प्रर्दाशन बेहतर रहा, लेकिन सिंधिया और उनके समर्थकों के बीजेपी में आने के बाद हुए उपचुनाव में भाजपा ने बाजी मार ली थी। इसी को लेकर कांग्रेस ग्वालियर-चंबल इलाके में सबसे ज्यादा फोकस रही है। वही बीजेपी ने भी अपने नेताओं को तैनात कर रखा है।
भाजपा-कांग्रेस के 5 ऐसे नेता है, जो ग्वालियर चंबल इलाके में सियासत को बदल सकते हैं। वो ऐसे कौन से नेता हैं, आइए आपको बताते हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया
सबसे पहला नाम मोदी सरकार में केंन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का आता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर चंबल इलाके से आते है। पूरा क्षेत्र उनका गढ़ माना जाता हैं। सिंधिया परिवार ग्वालियर राजगघराने से आता है, यहां लोग उन्हें महाराज कहकर संबोधित करते है। बीजेपी में शामिल होने के बाद ग्वालियर चंबल का चुनाव इस बार काफी दिलचस्प माना जा रहा है। उपचुनावों में सिंधिया समर्थकों को मिली जीत के बाद से सिंधिया पार्टी में बड़ा चेहरा बनकर उभरे है। सिंधिया ग्वालियर चंबल के अलावा मालवा क्षेत्र में अपनी पकड़ रखते है।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा
नरोत्तम मिश्रा मध्यप्रदेश सरकार में गृहमंत्री हैं। वह दतिया से भाजपा के विधायक हैं। नरोत्तम मिश्रा ब्राम्हाण समाज का सबसे बड़ा चेहरा है। दतिया जिले में उनकी अच्छी खासी पकड़ मानी जाती है। इसके अलावा ग्वालियर चंबल में भी मिश्रा अच्छी पकड़ रखते है। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ समय में यानि विधानसभा चुनावों से पहले नरोत्तम मिश्रा को कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह
कांग्रेस विधायक और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह, ग्वालियर-चंबल अंचल में कांग्रेस का सबसे बड़ा चेहरा है। गोविंद सिंह आए दिन सिंधिया के खिलाफ खुलकर बोलते है। गोविंद सिंह को कांग्रेस ने ग्वालियर चंबल अंचल की जिम्मेदारी सौंपी है। बीते महीनों पहले हुए नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस ने ग्वालियर में जीत दर्ज की थी। इसके बाद से कांग्रेस काफी उत्साहित है। बता दें कि गोविंद सिंह भिंड जिले की लहार विधानसभा सीट से लगातार 8वीं बार के विधायक हैं।
केंन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर
मोदी सरकार में केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर चंबल इलाके से आते है। विधानसभा चुनावों में भाजपा ने उन्हें सबसे बडी जिम्मेदाी सौंपी है। तोमर शांत और सहज स्वभाव के माने जाते है। वह राजनीति के मझे हुए खिलाड़ी हैं। तोमर लगातार तोमर ग्वालियर चंबल इलाके का दौरा कर रहे हैं वह मुरैना लोकसभा सीट से सांसद हैं तोमर पीएम मोदी और अमित शाह के भरोसेमंद नेताओं में से एक है।
भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा
वीडी शर्मा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हैं। वह खजुराहो लोकसभा से सांसद है। पीएम मोदी और शाह के खासम खासों में से एक हैं। विधानसभा चुनाव की सबसे बड़ी जिम्मेदारी वीडी शर्मा के कंधों पर है। वीडी शर्मा दिल्ली नेताओं के साथ साथ प्रदेश के बड़े नेताओं के साथ जीत की रणनीति में जुटे हुए है।