MP Election 2023 : पहले नगदी का लेनदेन होता था और बड़ी-बड़ी डील होती थीं, नोटबंदी होने से अवैध कारोबार रुके

विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा होते ही चाय की दुकानों पर चर्चाएं गर्म हैं।;

Update: 2023-10-24 04:23 GMT

भोपाल। विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा होते ही चाय की दुकानों पर चर्चाएं गर्म हैं। गैस एजेंसी का संचालन करने वाले अशोका गार्डन निवासी नवल किशोर नुन्हारिया अपने साथी कमल अठवाल के साथ अशोका गार्डन स्थित फेमस टी स्टाल पर चाय की चुस्की ले रहे थे। इसी बीच बात विधानसभा चुनाव को लेकर हो गई। गैस एजेंसी के अलावा लघु एवं सूक्ष्म उद्योग से जुड़े नवल किशोर नुन्हारिया और कमल अठवाल के बीच चर्चा गर्म हो गई। चर्चा विधायकों से शुरू हुई और मुख्यमंत्री पर आकर खत्म हो गई। नवल किशोर नुन्हारियां का कहना था कि अभी तक वह भाजपा पर विश्वास करते आए हैं, लेकिन अब वे चाहते हैं कि कांग्रेस की सरकार बननी चाहिए।

अपना व्यवसाय बंद कर दिया

उनका कहना है कि भाजपा की सरकार प्रदेश ने प्रदेश में काम तो किया है, लेकिन लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों की लगातार गिरावट हुई है। इनसे जुड़े व्यवसायी परेशान हैं। कुछ ने अपना व्यवसाय बंद कर दिया। उन्होंने इसकी प्रमुख वजह नोटबंदी बताई। उनका कहना था कि व्यवसायी के पास पहले तरल पूंजी होती थी। इसी पूंजी को वह समय पर निवेश कर देता था। अब तरल पूंजी रखने का चलन कम हो गया है। इसके विपरीत भारतीय जनता पार्टी पर विश्वास रखने वाले कमल अठवाल ने कहा कि भाजपा की सरकार एकदम सही काम कर रही है।

हले नगदी का लेनदेन होता था

महंगाई पर उन्होंने कहा कि महंगाई तो बढ़ती ही है और आमदनी भी उसके अनुसार बढ़ती है। नोटबंदी पर उन्होंने जवाब दिया कि नोटबंदी होने से अवैध कारोबार रुके हैं। पहले नगदी का लेनदेन होता था और बड़ी बड़ी डील होती थी। इससे सरकार को नुकसान होता था। अब कैशलेस प्रक्रिया शुरू होने से यह पता होता है कि किसके पास कितने रुपए हैं और वह उसका भुगतान कहां कहां कर रहा है।


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