MP Election 2023 : एमपी में बिजली बिल पर शिवराज-कमलनाथ के सियासी बाण, जानिए
चुनावी साल में सीएम शिवराज ऐसा कोई मौका नही छोड़ना चाहते, जो आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी को भारीे पड़े, इसी के चलते सीएस शिवराज लगातार प्रदेश की जनता को राहत भरी धोषणाएं करते जा रहे है। तो वही शिवराज की घोषणाओं को लेकर कांग्रेस हमलावार है। हाल ही में सीएम शिवराज ने छतरपुर में बिजली बिल कम होने की घोषणा की थी। जिसको लेकर कांग्रेस ने पलटवार किया है।;
MP Election 2023 : चुनावी साल में सीएम शिवराज ऐसा कोई मौका नही छोड़ना चाहते, जो आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी को भारीे पड़े, इसी के चलते सीएस शिवराज लगातार प्रदेश की जनता को राहत भरी धोषणाएं करते जा रहे है। तो वही शिवराज की घोषणाओं को लेकर कांग्रेस हमलावार है। हाल ही में सीएम शिवराज ने छतरपुर में बिजली बिल कम होने की घोषणा की थी। जिसको लेकर कांग्रेस ने पलटवार किया है।
दरसअल, पूर्व सीएम कमलनाथ ने बीते दिनों जनता से वादा किया था की अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो वह 100 यूनिट तक की बिजली बिल माफ कर देंगे, और 200 यूनिट बिजली बिल हॉफ किया जाएगा। यह वादा प्रियंका गांधी भी कर चुकी है। वही 5 हॉर्स पावर तक की बिजली मुफ्त में देने का भी वादा कमलनाथ ने किसानों से किया है।
अब सीएम शिवराज के बिजली बिल कम करने के बयान पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने पटलवार करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री जी कह रहे हैं कि बढ़े हुए बिलों की जांच करायेंगे, सच तो ये है कि जब तक वो जांच करायेंगे तब तक वो चले जायेंगे।
आपको बता दें कि सीएम शिवराज ने 5 अगस्त को छतरपुर दौरे के दौरान कहा था कि जिन गरीबों के बिजली के बिल अधिक आए है, उनकी जांच होगी और बिलों को कम किया जाएगा। जब तक जांच नहीं होती है बिल वसूली को रोका जा रहा है। इतना ही नहीं सीएम शिवराज ने यह भी कहा था कि अगर जांच के बाद भी कोई बिल नहंी भर पाता है तो शिवराज सरकार उनका बिल भरेगी।
कमलनाथ ने किया ट्वीट
मुख्यमंत्री शिवराज के बिजली बिल कम करने के ऐलान को लेकर कमलनाथ ने ट्विट करते हुए लिखा है कि डबल इंजन की बीजेपी सरकार ने पहले से ही महंगाई से त्रस्त मध्य प्रदेश की जनता पर बढ़े हुए बिजली बिलों से महंगाई का डबल वार किया है। अब माननीय मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि बढ़े हुए बिलों की जांच करायेंगे, सच तो ये है कि जब तक वो जांच करायेंगे तब तक वो चले जायेंगे। सच्चाई ये है कि बीजेपी न तो जनविश्वास का जेनरेशन कर पा रही है, न विकास का ट्रांसमिशन और न ही कल्याणकारी योजनाओं का सच्चे जरूरमंद लोगों तक डिस्ट्रीब्यूशन कर पा रही है। दरअसल भ्रष्टाचार के लगातार बढ़ते जाने की वजह से बीजेपी के दिखावटी सुशासन का ट्रांसफ़ॉर्मर उड़ गया है। अब उल्टे जनता ही बीजेपी को आगामी चुनावों में करेंट देने के लिए तैयार बैठी है। बिजली के बढ़े बिल बीजेपी की बत्ती गुल कर देंगे।