MP Election 2023 : शिवराज का हमला, कमलनाथ-दिग्विजय कांग्रेस के दो धृतराष्ट्र
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को प्रदेश की कई विधानसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में विशाल चुनावी सभाओं को संबोधित किया। इस दौरान सीएम शिवराज कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को कांग्रेस के दो धृतराष्ट्र बताए।;
MP Election 2023 : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को प्रदेश की कई विधानसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में विशाल चुनावी सभाओं को संबोधित किया। इस दौरान सीएम शिवराज कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को कांग्रेस के दो धृतराष्ट्र बताए।
सीएम शिवराज ने कहा कि कांग्रेस ने दोनों भाई-बहन को केवल झूठ बोलना ही सिखाया है और मुझे तो इतनी गाली देते हैं, चाहे खड़गे जी हों, चाहे कमलनाथ जी हों, चाहे दिग्विजय सिंह जी हों, इनको लगता है कि पता नहीं ये डेढ हड्डी का कहां से आ गया हमारी दाल नहीं गलने देता है। सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहते हैं कि मामा तेरा श्राद्ध हो गया। मैंने कहा मर भी गया तो जनता की सेवा के लिए राख के ढेर में से फिर से खड़ा हो जाऊंगा।
सीएम शिवराज ने आगे कहा कि कांग्रेस के अध्यक्ष खड़गे जी कह रहे थे भाजपा के 5 पांडव हमसे लड़ रहे हैं, मतलब कांग्रेस ने मान लिया वे कौरव हैं क्योंकि पांडव लड़ते हैं न्याय की लड़ाई, वे अधर्म के खिलाफ लड़ते हैं और कौरव लड़ रहे थे स्वार्थ की लड़ाई।
कांग्रेस में हैं दो-दो धृतराष्ट्र
सीएम शिवराज ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मान लिया कि वे कौरव है, महाभारत में तो एक ही धृतराष्ट्र थे जो अपने बेटे को राज्य दिलाने के लिए लड़ रहे थे, लेकिन मध्यप्रदेश कांग्रेस में तो दो-दो धृतराष्ट्र हैं कमलनाथ और दिग्विजय जो पुत्रो को स्थापित करने में पूरी कांग्रेस को डूबाने में लगे है। दोनों को पार्टी नहीं अपने-अपने बेटों से मतलब है और दोनों ही अपने-अपने बेटों को मध्यप्रदेश में स्थापित करना चाहते हैं।
प्रियंका गांधी पर बरसे शिवराज
सीएम शिवराज ने प्रियंका गांधी पर हमला बोलते हुए कहा की प्रियंका जी सबसे स्वच्छ शहर में झूठ का कचरा फैलाने आ रही हैं। इंदौरी भाई बहन कांग्रेस के झूठ का कचरा भी इंदौर में टिकने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस झूठी पार्टी है, दगाबाज पार्टी है। किसानों, बेरोजगारों और प्रदेश की जनता से कई वादे किए थे, लेकिन एक भी वादा नहीं निभाया।