MP Election: राहुल कल आएंगे हरदा, आदिवासियों को साधने की करेंगे कोशिश, यहां हो रही कांटे की टक्कर

MP Chunav Update: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पूरा दम लगा रही है. पार्टी आदिवासियों को साधने की पूरी कोशिश कर रही है. राहुल गांधी 13 नवंबर को हरदा जिले आएंगे. वे आदिवासी बहुल इलाके सिराली नगर में जनसभा को संबोधित करेंगे। राहुल 15 साल बाद हरदा आ रहे हैं।;

Update: 2023-11-13 02:23 GMT

MP Election: हरदा. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 13 नवंबर को हरदा जिले के दौरे पर आएंगे. वे यहां टिमरनी विधानसभा के सिराली नगर में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. वे दोपहर करीब 2 बजे सिराली पहुंचेंगे. वे हरदा जिले के दोनों विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों के लिए जनता से समर्थन मांगेंगे. सिराली तहसील आदिवासी बहुल इलाका है. सिराली के वन क्षेत्र से खंडवा की हरसूद विधानसभा और बैतूल जिले की सीमा से जुड़ी हुई हैं. कांग्रेस उनकी की सभा के जरिये आदिवासी वोटरों को साधने की कोशिश कर रही है. बता दें, राहुल गांधी 15 साल पहले 2008 में हरदा जिले आए थे. उन्होंने 2008 में हरदा विधानसभा के उम्मीदवार हेमंत टाले के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया था.

गौरतलब है कि, आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित टिमरनी विधानसभा में इस बार रोचक और कड़ा मुकाबला हो रहा है. इस सीट पर सगे चाचा भतीजे चुनाव में आमने सामने हैं. बीजेपी से संजय शाह उम्मीदवार हैं. उनका मुकाबला उनके ही सगे भतीजे कांग्रेस के उम्मीदवार अभिजीत शाह से है. दोनों दूसरी बार आमने-सामने हैं. इसके पहले 2018 के विधानसभा चुनाव में कांटे की टक्कर हुई थी. बेहद नजदीकी मुकाबले में कांग्रेस के अभिजीत शाह अपने चाचा बीजेपी के संजय शाह से मात्र 2213 वोटों से हार गए थे. इस बार भी दोनों के बीच कशमकश भरा मुकाबला हो रहा है. अभिजीत आदिवासी रियासत मकड़ाई के राजा अजय शाह के बेटे हैं. अजय शाह, वन मंत्री विजय शाह और बीजेपी विधायक संजय शाह सगे भाई हैं. अजय शाह जहां कांग्रेस से जुड़े हैं, वहीं विजय शाह और संजय शाह दोनों भाजपा से जुड़े हैं.

गौरतलब है कि, हरदा जिले की दोनों विधानसभा में कांग्रेस-बीजेपी ने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. हरदा से बीजेपी के कमल पटेल और कांग्रेस के आरके दोगने चुनाव में आमने-सामने हैं. टिमरनी विधानसभा में बीजेपी से संजय शाह और कांग्रेस से अभिजीत शाह चुनावी मुकाबले में हैं. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में जिले के विधानसभा क्षेत्रों से दोनों दलों से यही उम्मीदवार थे. टिमरनी विधानसभा में चाचा और भतीजे के बीज हो रहे चुनावी रण पर पूरे प्रदेश की निगाह है.

Tags:    

Similar News