MP Election Result 2023 : मतगणना के लिए कल होगी कर्मियों की फाइनल ट्रेनिंग
राजधानी की सातों विधानसभा में 17 नवंबर को वोटिंग होने के बाद अब काउंटिंग की तैयारी चल रही है।;
भोपाल। राजधानी की सातों विधानसभा में 17 नवंबर को वोटिंग होने के बाद अब काउंटिंग की तैयारी चल रही है। कुल 880 कर्मचारियों को एक फेस की मतगणना की ट्रेनिंग दी जा चुकी है, जबकि फाइनल ट्रेनिंग 2 दिसंबर को दी जाएगी। इससे पहले 30 नवंबर को ट्रेनिंग होनी थी, लेकिन कर्मचारियों को फिर से आईडी कार्ड के लिए बुलाया जाता। इसलिए फाइनल ट्रेनिंग की तारीख दो दिन आगे बढ़ा दी। अब यह 2 दिसंबर को तय की गई है।
विधानसभा के लिए अलग-अलग रूम रहेंगे
एमवीएम कॉलेज में दोपहर 12 से 3 बजे तक ट्रेनिंग होगी। ट्रेनिंग लेने वाले कर्मचारियों को पहले से विधानसभाएं अलॉट कर दी जाएगी। इसलिए वे विधानसभावार बनाए गए रूम में ही बैठेंगे। यानी, बैरसिया, भोपाल उत्तर, नरेला, दक्षिण-पश्चिम, भोपाल मध्य, गोविंदपुरा और हुजूर विधानसभा के लिए अलग-अलग रूम रहेंगे।
पोस्टल बैलेट की होगी ट्रेनिंग
डाक मतपत्रों की गिनती की प्रक्रिया क्या रहेगी, ईवीएम से वोटों की गिनती कैसे की जाएगी। समेत काउंटिंग से जुड़े हर बिंदू को कर्मचारियों को बताया जाएगा। यह जानकारी बारीकीं से दी जाएगी। जिससे काउंटिंग के दौरान किसी प्रकार की दिक्कतें न हो।
पुरानी जेल में होगी काउंटिंग
पुरानी जेल में 3 दिसंबर को काउंटिंग होगी। सुबह 8 बजे से पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू होगी। वहीं, सुबह 8.30 बजे से ईवीएम में दर्ज मतों की गणना शुरु होगी। काउंटिंग में करीब 700 कर्मचारियों की ड्यूटी रहेगी, वहीं, 180 कर्मचारी रिजर्व रहेंगे।
बिना प्रवेश पत्र के नहीं मिलेगा प्रवेश
पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया है कि आउटर कार्डन एरिया और जेल बाउंड्री प्रवेश द्वार से मतगणना संबंधी फोटोयुक्त प्रवेश-पत्र जो प्राधिकृत अधिकारी द्वारा जारी गया हो, धारक व्यक्ति को ही प्रवेश दिया जाएगा। बिना प्रवेश-पत्र के अंदर जाने नहीं दिया जाएगा।
ट्रेनिंग में नहीं आने वाला एक निलंबित, सात को नोटिस
मतदान और उससे पूर्व ट्रेनिंग में नहीं आने वाले कर्मचारियों में से सात को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, वहीं एक को निलंबित कर दिया है। गुरुवार को ये कार्रवाई कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष सिंह ने की है। निलंबित कर्मचारी न ट्रेनिंग करने आया और न मतदान में ड्यूटी करने। वहीं जिन सात को नोटिस जारी किए गए हैं, उनमें सभी ने ट्रेनिंग ली, लेकिन मतदान के दिन ड्यूटी पर नहीं पहुंचे। इनसे जवाब मांगा गया है कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। संतोषजनक उत्तर नहीं आने पर इनके खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि तीन चरणों में दस हजार से ज्यादा कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गई थी।