MP ELECTION : सुरजेवाला का बयान रोका जा सकता था घोटाला, लगाया आरोप
MP ELECTION : भोपाल। कांग्रेसी नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बयान देते हुए कहा है कि पटवारी भर्ती परीक्षा घोटाला रोका जा सकता था।;
MP ELECTION : भोपाल। कांग्रेसी (Congress) नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने बयान देते हुए कहा है कि पटवारी भर्ती परीक्षा घोटाला (Scam) रोका (Stop) जा सकता था। इसे साथ ही अन्य घोटालों का आरोप (Accused) लगाते हुए सुरजेवाला ने कहा कि व्यापम घोटाला हो, डीमेट घोटाला हो, शिक्षक भर्ती घोटाला हो, नर्सिंग घोटाला हो या पटवारी भर्ती घोटाला, भाजपा ने प्रदेश के करोड़ों युवाओं के भविष्य को घोटालों की भेंट चढ़ा दिया है।
कांग्रेसी नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि व्यवसायिक परीक्षा मंडल का पहला फर्जीवाड़ा खंडवा 2004 को सामने आया था। उसके बाद अपराध क्र. 129/06 छतरपुर में 2006, फिर 9/11/09 अपराध क्रमांक 728/09 एमपी नगर, भोपाल, अपराध क्रमांक 523/11 तुकोगंज इंदौर में 24/7/2011, फिर 2013 में निशातपुरा भोपाल अपराध क्रमांक 508/13। कहने का आशय यह है कि 2004 से ही भाजपाई सत्ता की सरपरस्ती में व्यवसायिक परीक्षा मण्डल में घोटाले किये जा रहे थे। 23 प्रकार की भर्ती-प्रवेश परीक्षाओं में 1 करोड़ युवाओं का भविष्य बेचा गया।
जाँच नहीं कर सकते
सुरजेवाला ने कहा कि व्यापाम के साथ ही डीमेट घोटाला भी सामने आया, जिसमें डेन्टल और मेडिकल टेस्ट के नाम पर 6 निजी मेडिकल और 16 निजी डेन्टल कॉलेजों की सारी सीटें 50 लाख रू. से लेकर 1.50 करोड़ रूपये बेच दी गईं। सुप्रीम कोर्ट में हलफनामे में सीबीआई ने कहा कि डीमेट घोटाला व्यापम से भी बड़ा घोटाला है और हम इसकी जाँच भी नहीं कर सकते।
मप्र में संचालित फर्जी नर्सिंग कालेज को लेकर आरोप लगाते हुए कांग्रेसी नेता ने कहा कि घोटाले इतने व्यापक और बड़े हैं कि जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। मप्र में 695 नर्सिंग कॉलेज संचालित किये जा रहे हैं, जिसमें 3 साल से परीक्षाएं स्थगित हैं और 1.50 लाख बच्चों का भविष्य अंधकार में डाल दिया गया है। उच्च न्यायालय को यह तक कहना पड़ा कि हैरत है कि नर्सिंग का एन न जानने वालों को भी परीक्षा की इजाजत दी गई। साथ ही न्यायालय ने यह भी कहा कि प्रदेश में चल रहे छद्म कालेज समाज में जहर घोल रहे हैं और कई ऐसे नर्सिंग कॉलेजों को राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है।