MP Election Today : नई ईवीएम और वीवीपैट से चुनी जाएगी आज ‘सरकार’

विधानसभा चुनाव की घड़ी सामने हैं। सभी मतदान केंद्रों के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना हो चुकी हैं, इसमें से ज्यादातर पहुंच चुकी हैं।;

Update: 2023-11-17 03:01 GMT

भोपाल। विधानसभा चुनाव की घड़ी सामने हैं। सभी मतदान केंद्रों के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना हो चुकी हैं, इसमें से ज्यादातर पहुंच चुकी हैं। सभी पार्टियां रात्रि विश्राम मतदान केंद्रों पर ही करेंगी। सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों के लिए कुल 64,626 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इसमें से 17,032 मतदान केंद्र संवेदनशील हैं। शांतिपूर्ण मतदान के लिए कुल दो लाख पुलिस कर्मियों व सीएपीएफ की 700 कंपनियों को तैनात किया गया है। केंद्रीय कर्मचारियों के 11,215 माइक्रो आब्जर्वर को एक- एक बूथ की निगरानी के लिए लगाया गया है। मप्र में कुल 5 करोड़ 60 लाख 58 हजार 521 वोटर्स सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान करेंगे। इसमें से ही तीन जिलों बालाघाट, मंडला व डिंडोरी के 6 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान की अवधि तीन घंटे पहले यानी सुबह 7 बजे से शाम 3 बजे तक ही होगी।

चाक-चौबंद घेरे में की जा रही

 यह सभी क्षेत्र नक्सल प्रभावित हैं। इसमें बालाघाट के तीन विधानसभा क्षेत्र बैहर, लांजी, परसवाड़ा तथा मंडला के 55 व डिंडारी के 40 मतदान केंद्र शामिल हैं। प्रदेश के सभी मतदान केंद्राें के लिए इस बार सभी ईवीएम व वीवीपैट नई होंगी। चूंकि चुनाव आयोग ने नई मशीनें लगाई हैं। इसके लिए करीब एक लाख नई मशीनें पहले ही मप्र आ चुकी थीं। इसमें से 64 हजार 626 मतदान केंद्रों पर नई मशीनें लगाई गई हैं, जबकि बाकी मशीनों को रिजर्व में रखा गया है। इन मशीनों की सुरक्षा भी चाक-चौबंद घेरे में की जा रही है।

मतदान पर सख्त निगरानी रखने के लिए आब्जर्वर नियुक्त

सीईओ राजन ने बताया कि चुनाव में निगरानी के लिए कुल 152 जनरल आब्जर्वर, 100 आय-व्यय आब्जर्वर तथा 35 पुलिस आब्जर्वर की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा 11,215 माइक्रो आब्जर्वर को भी नियुक्ति किया गया है। यह सभी केंद्रीय कर्मचारी हैं। इन्हें एक-एक बूथ पर सघन निगरानी की जवाबदारी दी गई है। मतदान केंद्रों की निगरानी आदि के लिए 6,463 सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। किसी मतदान केंद्र पर सामान्य स्थिति या गंभीर शिकायत आदि की सूचना के तत्काल बाद 15 मिनट के भीतर सेक्टर मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचेंगे। मतदान केंद्रों की सघन सुरक्षा की द़ृष्टि से संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पहले यह कैमरे महज मतदान केंद्र के अंदर लगाए जाते थे, किंतु इस बार जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदान केंद्र के बाहर भी सीसीटीवी कैमरे लगाने की छूट दी गई है। मतदान के लिए 64,626 मतदान केंद्राें पर कुल 2,58,504़ मतदान कर्मचारियों की तैनाती की गई है।

दो मतदान कर्मियों की हार्ट अटैक से मौत

सीईओ राजन ने बताया कि मप्र चुनाव में वोटिंग से पहले चुनाव में लगे दो कर्मचारियों की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसमें से एक बैतूल के मुलताई में विधानसभा चुनाव ड्यूटी पर ईवीएम मशीन लेने के दौरान मतदान कर्मी भीमराव पुत्र भोजू (55) की हार्ट अटैक से मौत हो गई। उनकी ड्यूटी मुलताई नगर के कन्या शाला बूथ क्रमांक 123 पर थी। वहीं, टीकमगढ़ में मतदान ड्यूटी पर आए सीआईएसएफ के जवान जनरैल सिंह की भी हार्ट अर्टक से मौत हुई है। उनकी दोपहर में अचानक तबीयत खराब हुई। तत्काल इलाज के लिए झांसी ले जाया गया किंतु इलाज के दौरान ही दम तोड़ दिया। जरनैल सिंह पंजाब से ड्यूटी के लिए आए हुए थे। दोनों कर्मचारियों को चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार सहायता राशि व अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। उधर, एक अन्य उज्जैन में मतदान कर्मी रंजीता की अस्थमा अटैक से बेहोश होने की खबर मिली थी। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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