MP : साइबर क्राइम इन्वेस्टीगेशन व इंटेलीजेंस की अंतरराष्ट्रीय समिट 21 से, विदेशों से आएंगे विशेषज्ञ

मध्यप्रदेश समेत पूरे देश में लगातार बढ़ते साइबर क्राइम की रोकथाम की दृष्टि से मध्यप्रदेश में होने जा रहा एक सेमीनार बेहद महत्वपूर्ण है। 21 सितंबर को प्रदेश के गृहमंत्री इसका उद्घाटन करेंगे। पढ़िए पूरी खबर-;

Update: 2021-09-20 14:30 GMT

भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस की डीजीपी रिसर्च एंड पॉलिसी सेल द्वारा सॉफ्ट क्लिक्स, क्लियरट्रेल टेक्नोलॉजी, जो नॉलेज पार्टनर है और यूनिसेफ द्वारा मिलकर साइबर क्राइम इंवेस्टीगेशन एवं इंटेलीजेंस समिट आयोजित की जा रही है। अंतराष्ट्रीय स्तर की यह दस दिवसीय समिट मप्र पुलिस अकादमी भौंरी में 21 सितंबर से एक अक्टूबर तक आयोजित की जाएगी। इसके बारे में सोमवार को पुलिस मुख्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में मप्र पुलिस अकादमी के उप निदेशक विनीत कपूर ने पत्रकारों से चर्चा की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में साइबर एसपी इंदौर जितेंद्र सिंह, पुलिस ट्रेनिंग के एआईजी मलय जैन व अन्य अधिकारी भी बैठे।

उप निदेशक कपूर ने बताया कि सीआईआईएस-2021 में भारत के 25 से अधिक राज्यों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों सहित इसमें मप्र के पुलिस अधिकारी भाग लेंगे। सेमीनार में प्रशिक्षण देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विषय विशेषज्ञ भी आ रहे हैं। इनमें यूरोपियन राष्ट्रों व संयुक्त राज्य अमेरिका में साइबर क्राइम पर प्रशिक्षण दे चुके विशेषज्ञ भी शामिल हैं। इस सेमीनार का उद्घाटन 21 सितंबर को सुबह 10 बजे गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा करेंगे। इसका समापन एक अक्टूबर राज्यपाल मंगूभाई पटेल द्वारा किया जाएगा।

गेमिंग और गेम्बलिंग, किप्टोकरेंसी और क्रिप्टो-ट्रेड अपराधों पर होगी बात

इस सेमीनार में ऑनलाइन गेमिंग और गेम्बलिंग, किप्टोकरेंसी और क्रिप्टो-ट्रेड अपराधों जैसे महत्वपूर्ण विषयों के साथ वित्तीय धोखाधड़ी, एन्क्रिप्टेड व्हीओआईपी संचार पर अपराध को हल करने, ड्रोन तकनीक आईओटी यानी इंटरनेट ऑफ थिंग्स, एआई यानी आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस व एमएल यानी मशीन लर्निंग जैसे विषयों समेत अन्य विषयों पर मंथन होगा। मप्र पुलिस की पहल पर क्लियर टेल टेक्नोलॉजी लिमिटेड नॉलेज पार्टनर व यूनिसेफ द्वारा एसोसिएट पार्टनर के रूप में इस सेमीनार में सहयोग दिया जा रहा है।

नीति विशेषज्ञ शामिल रहेंगे

सेमीनार में साइबर कानून विशेषज्ञ, वरिष्ठ कानून प्रवर्तन अधिकारी, अंतर्राष्ट्रीय विषय प्रशिक्षक और नीति विशेषज्ञ शामिल रहेंगे, जो साइबर अपराधों और संबंधित धोखाधड़ी से निपटने में अपने ज्ञान और अनुभव के लिये विश्व स्तर पर प्रसिद्ध है।

यह भी बताया उप निदेशक ने

उद्घाटन सत्र के प्रथम दिन सर्वोच्च न्यायालय के साइबर लॉ एडवोकेट डॉ पवन दुग्गल, वोयजर इंफोसेक के सीईओ जितेन जैन और वर्जिनिया यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर प्रोफेसर माधव मराठे द्वारा व्याख्यान दिए जाएंगे। इसके अलावा, महिलाओं और बच्चों के साइबर अपराध से बचाव संबंधी विषयों पर विशिष्ट पैनल द्वारा, जिसमें विशेष रूप से यूनिसेफ के वरिष्ठ प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभागियों से पैनल विमर्श किया जाएगा।

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