MP News : भाजपा सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में किए भागीरथी प्रयास
मप्र सरकार ने बहनों और बेटियों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की हैं।;
भोपाल। मप्र सरकार ने बहनों और बेटियों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की हैं। लाड़ली लक्ष्मी योजना से लाभांवित प्रदेश की 46 लाख बेटियां आज कॉलेजों में पहुंच गई हैं। लाड़ली बहना योजना के माध्यम से प्रदेश की 1.25 करोड़ बहनों के खातों में 1000 रुपए प्रति महीने भेजे जा रहे हैं। कल ही बहनों के खाते में 250 रूपए अग्रिम राशि के रूप में भेजे गए हैं। यह योजना दुनिया की सबसे बड़ी योजना है, जिसके माध्यम से प्रदेश की बहनें आत्मनिर्भर और सशक्त बनेंगी। रक्षाबंधन का त्यौहार होने के बाद भी प्रदेश भर के कोने-कोने से आकर हमारा मान बढ़ाया है, इसके लिए बहनों का ह्दय से आभार।
मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया
यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में भाजपा महिला मोर्चा के राखी संग पाती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। इस दौरान प्रदेश भर के मंडलों से आईं महिला मोर्चा की पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष को स्वनिर्मित राखियां बांधी और भाइयों की लंबी आयु की कामना की। साथ ही लाड़ली बहना योजना, महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष ने बहनोंकी ओर से बनाई गईं राखियां देखी एवं उनकी पातियों का पाठन किया। वहीं महिला मोर्चा की बहनों को उपहार भेंटकर बहनों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम को प्रदेश महामंत्री व राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष माया नारोलिया, मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष नंदिता पाठक ने भी संबोधित किया।
आपके स्नेह और प्यार ने भाव-विभोर कर दिया
मुख्यमंत्री चौहान ने मेरी सभी लाड़ली बहनों के अपार प्यार और स्नेह ने भाव-विभोर कर दिया है। प्रदेश भर से बहनें मुझे राखियां बांधने आई हैं। यह राखियां किसी दुकान से नहीं खरीदी गईं, बल्कि बहनों ने स्वयं बनाई हैं। यह आपका स्नेह और प्यार ही है, जो मुझे और बेहतर काम करने का संबल प्रदान करता है। आज जमाना बदल रहा है, बेटियां आत्मनिर्भर हो रही हैं। जब मैं मुख्यमंत्री नहीं था तो हमेशा सोचता था कि बेटियों को कोख में ही मार दिया जाता है, यह सोचकर रूह कांप जाती थी। तभी मैंने सोचा कि बेटियों के लिए कुछ अलग करना चाहिए। इसलिए मुख्यमंत्री बनते ही लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की।