MP Patwari Exam : नियुक्ति मांगने पर चयनित अभ्यर्थियों को मप्र सरकार का तोहफा , लात– घूंसे पड़ने के बाद अब दर्ज हुई FIR
चयनित पटवारी अभ्यर्थियों को यह अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करना महंगा पड़ा है । पहले तो चयनित अभ्यर्थियों पर कल भोपाल के नीलम पार्क में लिस ने लात घूसों से मारा था और वहां से भगा दिया गया था और अब करीब 200 अज्ञात अभ्यर्थियों पर भोपाल पुलिस ने FIR दर्ज की है ।;
भोपाल । पटवारी भर्ती परीक्षा में हुए गड़बड़ी के बाद जहां प्रदेश सरकार ने नियुक्तियों पर रोक लगा कर जांच कमेटी नियुक्त की है, वहीं पटवारी परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों ने कल 3 सितंबर से अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत की थी । यह अनिश्चितकालीन धरना इसलिए किया जा रहा था क्योंकि पटवारी परीक्षा में प्रदेश भर के 8600 से अधिक चयनित अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकार में दिखाई दे रहा है।
200 अज्ञात अभ्यर्थियों पर FIR दर्ज
लेकिन चयनित पटवारी अभ्यर्थियों को यह अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करना महंगा पड़ा है । पहले तो चयनित अभ्यर्थियों पर कल भोपाल के नीलम पार्क में लिस ने लात घूसों से मारा था और वहां से भगा दिया गया था और अब करीब 200 अज्ञात अभ्यर्थियों पर भोपाल पुलिस ने FIR दर्ज की है । यह FIR धारा 143, 188 के तहत दर्ज की गई है ।
राजनीति हुई गर्म
इसपर अब राजनीति भी गर्म हो गई है और मप्र कांग्रेस ने इसको लेकर ट्विट किया है और लिखा है कि शिवराज का असली चेहरा देखिये । शिवराज ने पटवारी भर्ती परीक्षा में घोटाला कर लिया। चयनित पटवारी अभ्यर्थी जब न्याय माँगने आये तो शिवराज ने पुलिस भेजकर लात और डंडों से पिटाई करवा दी।शिवराज जी, अपनी लात पर जरा क़ाबू रखिए, जनता अपनी पर आई तो नवंबर तक पहुँचना भी मुश्किल होगा।
साथ ही इस पर कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का बयान भी सामने आया है उन्होने कहा है कि पटवारी परीक्षा में चयनित युवा जो अपने भविष्य के लिए चिंतित हैं, भोपाल की सड़कों पर भारी गर्मी के बीच प्रदर्शन कर रहे हैं और बहरा मुख्यमंत्री उनकी आवाज़ को सुनने को तैयार नहीं है। यदि मध्यप्रदेश में ईमानदार मुख्यमंत्री होता तो 7 दिन में जाँच करवाकर इन बच्चों के साथ न्याय होता।