MP Politics : भाजपा में सिंधिया का कितना बड़ा कद, चुनाव में क्या निभाएंगे अहम रोल?
मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार को गिराने में अपना अहम रोल निभाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया अब मध्यप्रदेश की सियासत का सबसे बड़ा चेहरा बन चुके है। बीजेपी में उनका स्थान भी अहम हो चला है। कांग्रेस से भाजपा में आने के बाद से ही महाराज सिंधिया का कद लगातार बढ़ा है।;
MP Politics : मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार को गिराने में अपना अहम रोल निभाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया अब मध्यप्रदेश की सियासत का सबसे बड़ा चेहरा बन चुके है। बीजेपी में उनका स्थान भी अहम हो चला है। कांग्रेस से भाजपा में आने के बाद से ही महाराज सिंधिया का कद लगातार बढ़ा है।
सिंधिया के बढ़ते कद का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि गुरूवार को सिंधिया के 4 हजार करोड़ की कीमत वाले जयविलास पैलेस में देश की राष्ट्रपति द्रौपती मुर्मू दौरे पर आने वाली है। महामहिम महल के अवलोकन के अलावा वह शाही भोज में भी शामिल होंगी। इससे पहले जयविलास पैलेस में गृह मंत्री अमित शाह भी पहुंचे थे। शाह ने जयविलास पैलेस में मराठा गैलरी का शुभारंभ और शाही भोज का आनंद उठाया था।
महाराज सिंधिया के बढ़े कद को लेकर कांग्रेस का कहना है कि भाजपा में सिंधिया का कद बड़ा नहीं, बल्कि वह बीजेपी नाम की भरी हुई ट्रेन में सवार हो गए हैं और वह अपनी जगह बनाने के लिए कभी गृहमंत्री को तो कभी राष्ट्रपति को बुलाने की तो कभी पीएम मोदी के साथ प्लेन में सवार होकर दिल्ली जाने की कवायद कर रहे है।
वही भाजपा का कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस में अपमान होता था। आज वह बीजेपी में अपना एक अलग वजूद और स्थान रखते हैं। और इसी के चलते पीएम मोदी से लेकर सीएम शिवराज तक उन्हें पार्टी में मुख्य स्थान देते हुए जिम्मेदारी भी देते आ रहे हैं। भाजपा का यह भी कहना है कि मिशन 2023 में भी सिंधिया बीजेपी की सत्ता बनवाने में अहम स्थान रहेंगे।
आपको बता दें कि कांग्रेस के नेता रहे सिंधिया ने 10 मार्च 2020 को कांग्रेस छोड़ी थी और 11 मार्च 2020 को भाजपा में शामिल हुए थे। सिंधिया के साथ 22 कांग्रेस विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी। और कमलनाथ के नेतृत्व वाली 15 महीने पुरानी कांग्रेस सरकार गिर गई थी और शिवराज सिंह चौहान चौथी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।