MP POLITICS : 'टाइगर' पर सियासत, दिग्विजय बोले- 'मैं और सिंधिया करते थे शिकार'
ज्योतिरादित्य सिंधिया की ललकार का दिग्विजय ने दिया जवाब। पढ़िए पूरी खबर-;
भोपाल। मध्यप्रदेश में कल गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी कैबिनेट का विस्तार किया। मंत्रिमंडल में ज्योतिरादित्य सिंधिया का दबदबा देखने को मिला वहीं औऱ शिवराज के करीबी कई पुराने मंत्रियों के पत्ते कट गए। ज्योतिरादित्य सिंधिया भोपाल में मंत्रियों के शपथ के बाद ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को ये कहकर ललकारा कि 'टाइगर अभी ज़िन्दा है।' इसके बाद से टाइगर को लेकर मध्यप्रदेश में सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य पर निशाना जमकर निशाना साधा है।
सिंधिया पर तंज कसते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि- 'जब शिकार प्रतिबंधित नहीं था, तब मैं और श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी शेर का शिकार किया करते थे। इंदिरा जी के वाइल्डलाइफ़ कंज़र्वेशन एक्ट लाने के बाद से मैं अब सिर्फ शेर को कैमरे में उतारता हूँ।'
वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने भी सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा है कि- पहले शिवराज जी कहते थे 'टाइगर अभी जिंदा है' और आज श्रीमंत ने भोपाल आगमन पर ख़ुद को टाइगर बताया।
उन्होंने आगे कहा कि टाइगर को लेकर मची इस प्रतिस्पर्धा के बीच मैंने गूगल के विकिपीडिया में जाकर बाघ (टाइगर) लिखकर खोजबीन की तो बाघ (टाइगर)के बारे में कई रोचक जानकारियां सामने आयी। वो इस प्रकार से हैं-
• बाघ के पूर्वजों के चीन में रहने के निशान मिले हैं।डीएनए से पता चला है कि बाघ के पूर्वज मध्य चीन से भारत आए थे।
( इस हिसाब से बाघ चीनी हुआ )
• बाघ (टाइगर) हमेशा पीछे से हमला करता है।
• वो बहुत जल्दी थक जाता है।
• हर 20 प्रयासों में उसे औसतन केवल एक बार ही सफलता हाथ लगती है।
• लंबी दूरी तक पीछा करना उसके बस की बात नहीं है।
• बाघ अधिकतर अकेले ही रहता है।