MP : राजस्व विभाग के अधिकारियों ने शुरू की हड़ताल, तहसीलदारों पर हुए हमले का किया विरोध
सतना और कोतमा में तहसीलदारों पर हुए हमले के विरोध में ये आंदोलन किया जा रहा है, 10 दिन पहले बांधी मौहर में नायब तहसीलदार शैलेन्द्र बिहारी सहित पावर ट्रांसमिशन के अधिकारी और कर्मचारियों पर हमला हुआ था। पढ़िए पूरी खबर-;
सतना। जिले के उचेहरा में नायब तहसीलदार और पावर ट्रांसमिशन कंपनी के इंजीनियरों के साथ हुई मारपीट और मंत्री द्वारा पटवारियों को दी गई धमकी की घटना को लेकर अब पूरे प्रदेश में राजस्व विभाग के अधिकारी आंदोलित है। अधिकारियों ने आज से काम बंद हड़ताल शुरू की है। सतना और कोतमा में तहसीलदारों पर हुए हमले के विरोध में ये आंदोलन किया जा रहा है। दरअसल 10 दिन पहले बांधी मौहर में नायब तहसीलदार शैलेन्द्र बिहारी सहित पावर ट्रांसमिशन के अधिकारी और कर्मचारियों पर हमला हुआ था।
इस मामले में पुलिस ने चार नामजद आरोपियों सहित एक दर्जन लोगों पर मामला दर्ज कर लिया था लेकिन आज तक एक भी आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई और अब राजस्व अधिकारी संघ ने प्रदेशव्यापी हड़ताल शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि सतना के बांधी मौहर गांव में 10 दिन पहले जमकर बवाल हुआ था। पावर ट्रांसमिशन का काम कर रहे बिजली विभाग के अधिकारियों को स्थानीय ग्रामीणजनों ने विरोध कर दिया और उचित मुआवजा की मांग कर खेत में टावर लाइन खींच रहे मजदूरों को भगा दिया। मामला जिला प्रशासन तक पहुंचा था और एसडीएम के निर्देश पर नायब तहसीलदार अवध बिहारी शर्मा दल-बल के पास पहुंचे और किसानों को समझाने का प्रयास किया।
मामला शांत हो ही गया था तभी बोलेरो वाहन में सवार एक दर्जन युवा मौके पर पहुंचे और गाली गलौज करते हुए राजस्व अमला और पावर ट्रांसमिशन के अधिकारी कर्मचारियो पर हमला बोल दिया था। मामले की रिपोर्ट उचेहरा थाने में दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी आज तक नहीं हुई और अनूपपुर के कोतमा तहसीलदार पर भी इसी तरह का मामला सामने आया। ऐसे में प्रदेश भर के राजस्व अधिकारी संघ ने प्रदेश व्यापी विरोध शुरू किया है और पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया जा रहा है। वहीं सतना पुलिस इस मामले में जांच के बाद गिरफ्तारी की बात कह रही है।